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33 साल के हुए पुजारा:एक पारी में 500 गेंद खेलने वाले इकलौते भारतीय बल्लेबाज, नंबर-3 पर द्रविड़ के बाद सबसे ज्यादा रन

टीम इंडिया की दूसरी दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा सोमवार को 33 साल के हो गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो टेस्ट सीरीज में भारतीय जीत के हीरो पुजारा को देश-दुनिया से बधाइयां मिल रही हैं। 25 जनवरी 1988 को गुजरात के राजकोट जन्में पुजारा ने अब तक 81 टेस्ट मैच खेले हैं।

पुजारा दुनिया के इकलौते ऐसे एक्टिव टेस्ट क्रिकेटर हैं जिन्होंने एक पारी में 500 से ज्यादा गेंदें खेली हैं। साथ ही वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल द्रविड़ के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी हैं। पुजारा ने तीसरे नंबर पर बैटिंग करते हुए 48.64 की औसत से 5,594 रन बनाए हैं।

हम पुजारा की उन 5 खासियतों पर गौर करते हैं जो उन्हें राहुल द्रविड़ के बाद टीम इंडिया की दूसरी दीवार बनाती हैं…

1. असीमित धैर्य: विराट से छह टेस्ट कम खेले, फिर भी 832 गेंदें ज्यादा खेलीं
टेस्ट क्रिकेट में जितना जरूरी रन बनाना होता है उतना ही जरूरी विकेट पर टिकना और ज्यादा से ज्यादा गेंदें खेलना भी होता है। इस मामले में पुजारा भारत के टॉप-10 बल्लेबाजों में शामिल हैं। पुजारा ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 13,572 गेंदें खेली हैं। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पुजारा से छह टेस्ट मैच ज्यादा खेले हैं, लेकिन पुजारा ने उनकी तुलना में 832 गेंदें ज्यादा खेली हैं। इतना ही नहीं, पुजारा ने 100 से ज्यादा टेस्ट खेल चुके वीरेंद्र सहवाग (103 टेस्ट में 10,346 गेंद) और दिलीप वेंगसरकर (116 टेस्ट में 11,450 गेंद) से भी ज्यादा गेंदें खेली हैं।

2. बॉलिंग अटैक को थकाना: एक पारी में 500 गेंद खेलने वाले इकलौते भारतीय
टेस्ट क्रिकेट में अब तक 40 बार ऐसा हुआ है जब किसी बल्लेबाज ने एक पारी में 500 या इससे ज्यादा गेंदें खेली हैं। भारत की ओर से अब तक सिर्फ चेतेश्वर पुजारा ही ऐसा कर पाए हैं। उन्होंने 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची टेस्ट में 525 गेंदों का सामना करते हुए 202 रनों की पारी खेली थी। पुजारा अभी दुनिया के इकलौते ऐसे एक्टिव टेस्ट क्रिकेटर हैं जिन्होंने एक पारी में 500 से ज्यादा गेंदें खेली हैं।

3. मुश्किल कंडीशन में दमखम: SENA कंट्रीज में भारत के टॉप-10 बल्लेबाजों में शामिल
आधुनिक क्रिकेट में SENA कंट्रीज यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में अच्छा परफॉर्म करना भारतीय बल्लेबाजों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। पुजारा इस चुनौती पर खरे उतरे हैं और इन देशों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं। पुजारा ने SENA कंट्रीज में 31 मैचों में 2,064 रन बनाए हैं। भारत के एक्टिव क्रिकेटर्स में सिर्फ विराट कोहली (32 मैचों में 2,889 रन) ही पुजारा से आगे हैं। पुजारा ने इस देशों में अजिंक्य रहाणे, गुंडप्पा विश्वनाथ, वीरेंद्र सहवाग, मोहम्मद अजहरुद्दीन और एमएस धोनी जैसे स्टार खिलाड़ियों से ज्यादा रन बनाए हैं।

4. विकेट गंवाने से बेहतर चोट खाना: ये पुजारा की दीवार है टूटेगी नहीं
टेस्ट क्रिकेट में कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है जब टीम के लिए आपको एक छोर संभाल कर रखना होता है। इस काम के लिए 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली गेंदें शरीर पर झेलनी पड़ती है। जिस तरह राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में शोएब अख्तर और ब्रेट ली जैसे गेंदबाजों को सफलतापूर्वक झेला, उसी तरह पुजारा अब मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, डे स्टेन जैसे गेंदबाजों को बेअसर करते हैं। हाल में खत्म हुए ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में पुजारा ने 11 पर अपने शरीर गेंदें खाईं। उनकी इस पारी ने भारत की जीत की बुनियाद रखी।

5. नंबर-3 पर द्रविड़ के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज
टेस्ट क्रिकेट में सबसे अच्छी तकनीक वाले बल्लेबाज नंबर-3 पर खेलते हैं। टीम इंडिया के लिए पहले यह काम राहुल द्रविड़ करते रहे थे। अब यह भूमिका चेतेश्वर पुजारा निभा रहे हैं। पुजारा टेस्ट में इस क्रम पर द्रविड़ के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। पुजारा ने 120 पारियां नंबर-3 बल्लेबाज के तौर पर खेली हैं। इनमें उन्होंने 48.64 की औसत से 5,594 रन बनाए हैं। इसमें 17 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं। द्रविड़ ने 217 पारियां नंबर-3 पर खेली हैं। इसमें उन्होंने 53.30 की औसल से 10,501 रन बनाए हैं। इसमें 28 शतक और 50 अर्धशतक शामिल हैं।

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