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IPL मिनी ऑक्शन 18 फरवरी को चेन्नई में:टूर्नामेंट के लिए भारत पहली पसंद, UAE दूसरा ऑप्शन; सभी 8 टीमें 196.6 करोड़ रु खर्च कर सकेंगी

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीजन के लिए मिनी ऑक्शन 18 फरवरी को चेन्नई में होगी। IPL मैनेजमेंट ने सोशल मीडिया के जरिए यह पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इस साल लीग के आयोजन के लिए भारत पहली पसंद है। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के बाद IPL कराने को लेकर बेहतर आइडिया हो जाएगा। टूर्नामेंट के लिए सरकार की मंजूरी भी जरूरी होगी। UAE को दूसरे ऑप्शन के तौर पर रखा गया है।

8 टीम ने 57 प्लेयर्स को रिलीज किया

इस बार 8 IPL फ्रेंचाइजी ने कुल 57 प्लेयर्स को रिलीज किया है। राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान स्टीव स्मिथ और किंग्स इलेवन पंजाब ने ग्लेन मैक्सवेल को रिलीज कर दिया। नीलामी में इन पर टीमें बड़ा दाव लगाती दिखेंगी। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सबसे ज्यादा 10 खिलाड़ियों को रिलीज किया। वहीं, पंजाब ने 9, राजस्थान ने 8, मुंबई ने 7, चेन्नई, कोलकाता और दिल्ली ने 6-6 और हैदराबाद ने 5 खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया।

नीलामी में 8 फ्रेंचाइजी 196.6 करोड़ रुपए ही खर्च कर सकेंगी
20 जनवरी को ही सभी 8 टीमों ने रिटेन और रिलीज खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी। सभी ने 483.39 करोड़ रुपए की कुल कीमत के 139 खिलाड़ियों को रिटेन किया। वहीं, 196.6 करोड़ रुपए कीमत के 57 खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी ने रिलीज किया। यानी अब सभी 8 फ्रेंचाइजी के पास IPL ऑक्शन 2021 में खर्च करने के लिए 196.6 करोड़ रुपए होंगे।

एक टीम में मैक्सिमम और मिनिमम कितने खिलाड़ी होंगे?
इस बार IPL 8 ही टीमों के साथ होगा, जबकि 2022 के सीजन में 2 टीमें बढ़ेंगी। इस साल मिनी ऑक्शन ही होगा। अगले साल मेगा ऑक्शन हो सकता है। 2020 के मिनी ऑक्शन में 73 स्लॉट में 332 खिलाड़ियों को चुनने के लिए 8 टीमों ने बोली लगाई थी। इसमें से सिर्फ 29 विदेशी और 33 भारतीय खिलाड़ियों समेत 62 खिलाड़ी ही खरीदे गए थे।

सभी फ्रेंचाइजी अपनी टीम में मैक्सिमम 25 और मिनिमम 18 खिलाड़ी रख सकती हैं। किसी भी टीम में ज्यादा से ज्यादा 8 विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं।

मिनी ऑक्शन क्या है?

  • मिनी ऑक्शन में फ्रेंचाइजी को टीम में बचे गैप को फिल करने के लिए बोली लगानी होती है। इसमें फ्रेंचाइजी ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। रिटेन खिलाड़ियों के अलावा बाकी सभी को ट्रेड विंडो में डाल दिया जाएगा।
  • फ्रेंचाइजी को एक तय समय के अंदर IPL गवर्निंग काउंसिल को अपने-अपने स्क्वॉड से रिटेन खिलाड़ियों की लिस्ट और निकाले गए खिलाड़ियों की लिस्ट देनी पड़ती है।
  • निकाले गए खिलाड़ियों की सैलरी कैप से आए रुपए और IPL की ओर से पर्स में दिए गए पैसों को मिलाकर फ्रेंचाइजी नए खिलाड़ियों को खरीदती है।
  • फ्रेंचाइजी को स्क्वॉड की फुल स्ट्रेंथ (देशी-विदेशी प्लेयर) को ध्यान में रखते हुए प्लेयर्स खरीदने होते हैं।

ऑक्शन के अलावा टीमों के पास ट्रेड विंडो का भी ऑप्शन

टीमों के पास ट्रांसफर विंडो (ट्रेड विंडो) का भी ऑप्शन है। इसके तहत खिलाड़ी दोनों टीमों की आपसी रजामंदी से फ्रेंचाइजी बदल सकते हैं। इसमें अनकैप्ड के साथ-साथ कैप्ड प्लेयर्स को भी टीमें ट्रेड कर सकेंगी। IPL गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन बृजेश पटेल के मुताबिक, 4 फरवरी को ट्रेड विंडो को बंद कर दिया जाएगा।

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