पॉजिटिव स्टोरी- 5 हजार से शुरू किया मछली पालन आज सालाना कमाई 8 से 10 करोड़; पद्मश्री से सम्मानित
हरियाणा के करनाल से करीब 15 किलोमीटर दूर बुटाना से संडीर गांव की तरफ बढ़ने पर अचानक मेरी बाइक के पिछले टायर में गड़गड़ की आवाज आने लगी। तुरंत ब्रेक लगाया और पीछे मुड़कर देखा तो टायर में लकड़ी की झाड़ी फंसी हुई दिखी। मेरी बाइक एक तालाब के किनारे थी। उस तालाब पर एक छोर से दूसरे छोर तक धागे बंधे हुए थे। ऐसा लग रहा था कि ये धागे पक्षियों को रोकने के लिए लगाए गए हों।
मैंने दूसरी तरफ नजर दौड़ाई, तो उस तरफ से भी तालाब के किनारे धागे बंधे दिखे। मैंने बाइक आगे बढ़ाई, तो मुझे सामने ही एक बड़ा सा घर दिखा। उस घर पर ‘फिश बाइट’ लिखा हुआ था। वहीं पास में एक बड़ा सा फार्म हाउस था। मैने बाइक उस फार्म हाउस की तरफ ही मोड़ दी। एक किनारे बाइक खड़ी कर मैं पैदल उस ओर बढ़ने लगा।
मुश्किल से 50 कदम चलाने के बाद छोटे से पार्क में एक व्यक्ति कुर्सी पर बैठा दिखाई दिया। मैंने उन्हें परिचय दिया और उनसे परिचय पूछा। उस व्यक्ति ने खुशी से हाथ मिलाते हुए कहा- मैं इस फार्म हाउस का ओनर सुल्तान सिंह धनखड़ हूं। बताइए क्या मदद कर सकता हूं।
मैंने कहा, ‘तालाबों को देखकर यहां रुक गया था।’
60 साल के सुल्तान सिंह कहते हैं, ‘इन तालाबों में मछली पालन किया जाता है। करीब 40 साल से मछलियों के बिजनेस में हूं। 30 एकड़ में फैले इस मछली फार्म में 26 तालाब हैं। सालाना करीब 200 टन मछलियों का बीज और मछलियां तैयार कर ली जाती हैं। आज इससे सालाना 8 से 10 करोड़ की कमाई हो रही है।’
मछलियों का बीज की कीमत क्या है?
सुल्तान बोले, ‘कीमत साइज के आधार पर तय की जाती है। जैसे कि कोई मछली…अभी सुल्तान पूरी बात बताने ही लगे थे कि एक बाइक आकर रुकी। बाइक से गेरुआ कपड़े पहने एक महात्मा उतरे। उनके साथ एक लड़का था। उसने सुल्तान से कहा कि हम दोनों सैकड़ा गांव से आए है। वहां मंदिर के पास ही एक तालाब है, जिसके लिए मछलियों के बीज की जरूरत है।’
सुल्तान सिंह ने जवाब दिया- ‘आज नहीं मिल सकता। कुछ दिनों के बाद आकर ले जाना।’
लड़के ने इसकी वजह पूछी। सुल्तान ने बताया कि अभी मछली का बच्चा छोटा है। इतने छोटे बच्चे को हम नहीं बेचते। बड़े होने में थोड़ा समय लगेगा, उसके बाद ले जाना।
लड़के ने मछली के बीज की कीमत पूछी।
सुल्तान ने जवाब दिया कि मंदिर के तालाब में डालने है, तो कोई पैसा नहीं देना होगा। हम ऐसे ही फ्री में दे देंगे। युवक खुश हुआ और बाबा के साथ बाइक पर चला गया। उनके जाते ही मैंने जिज्ञासा से सुल्तान से पूछा कि जिस तालाब में यह बाबा और लड़का मछलियां डालने की बात कह रहे है, उसमें कितनी मछलियों का बीज डलता होगा। सुल्तान कहते हैं, ‘एक एकड़ तालाब में 10 हजार मछली के बच्चे डाले जा सकते है।’
लड़के ने इसकी वजह पूछी। सुल्तान ने बताया कि अभी मछली का बच्चा छोटा है। इतने छोटे बच्चे को हम नहीं बेचते। बड़े होने में थोड़ा समय लगेगा, उसके बाद ले जाना।
लड़के ने मछली के बीज की कीमत पूछी।
सुल्तान ने जवाब दिया कि मंदिर के तालाब में डालने है, तो कोई पैसा नहीं देना होगा। हम ऐसे ही फ्री में दे देंगे। युवक खुश हुआ और बाबा के साथ बाइक पर चला गया। उनके जाते ही मैंने जिज्ञासा से सुल्तान से पूछा कि जिस तालाब में यह बाबा और लड़का मछलियां डालने की बात कह रहे है, उसमें कितनी मछलियों का बीज डलता होगा। सुल्तान कहते हैं, ‘एक एकड़ तालाब में 10 हजार मछली के बच्चे डाले जा सकते है।’