उत्तराखंड पशुधन विकास बोर्ड की ओर से पशुलोक स्थित हीफर रियरिंग फार्म में बिजली की खपत कम करने के लिए 85 घन मीटर का गोबर गैस प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट से तैयार 10 किलोवाट बिजली से ट्यूबवेल चल रहा है। फार्म के ऑफिस भी गोबर गैस की बिजली से जगमग हो रहे हैं। गोबर गैस से बिजली बनाने से फार्म का बिजली का बिल भी आने वाले समय में कम आएगा।
पशुलोक स्थित हीफर रियरिंग फार्म में वर्तमान में 150 पशु रखे गए हैं। इन पशुओं के चारे के लिए फार्म में 28 एकड़ भूमि पर जई और बरसीम का चारा बोया गया है। चारे की सिंचाई भी ट्यूबवेल से ही की जा रही है। हीफर रियेरिंग फार्म बनने से पहले उत्तराखंड पशुधन विकास बोर्ड की ओर से यहां पर चारा बैंक की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लगाए गए थे। जिसका बिल लाखों रुपये में आता था।
हीफर रियेरिंग फार्म की स्वीकृति के बाद फार्म में गोबर गैस प्लांट तैयार किया गया। गोबर गैस प्लांट के पास ही जनरेटर रूम तैयार किया गया है। इस रूम में 10 किलोवाट का जनरेटर लगाया गया है। जनरेटर से उत्पादित बिजली से ट्यूबवेल चलाया जा रहा हैै। साथ ही परिसर में बने ओवरहेड टैंक भी भरे जा रहे हैं। फार्म के कार्यालयों में भी गोबर गैस से तैयार बिजली जल रही है। दिनभर तेज धूप होने पर ट्यूबवेल लगातार छह घंटे चलता है। कम धूप होने पर चार से पांच घंटे तक चलता है।
हीफर रियरिंग फार्म में बिजली की खपत कम करने के लिए गोबर गैस प्लांट लगाया गया है। जिसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। 10 किलोवाट के जनरेटर से ट्यूबवेल चलाया जा रहा है। ऑफिस में गोबर गैस की बिजली से आपूर्ति की जा रही है। आने वाले दिनों में बिजली का बिल भी कम आएगा, छूट भी मिलेगी। – राजेंद्र मठपाल, परियोजना निदेशक, हीफर रियरिंग फार्म पशुलोक ऋषिकेश