रामपुर जा रहीं प्रियंका गांधी के काफिले की कारें आपस में टकराई, कोई घायल नहीं
दिल्ली । तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन जारी है। इस बीच पूरे मामले पर राजनीति भी खूब हो रही है। गुरुवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली से रामपुर जा रही हैं। हालांकि बीच रास्से में प्रियंका के काफिले की कारें आपस में टकरा गईं। दरअसल, सबसे आगे चल रही कार के ड्राइवर ने कांच पर कचरा आने के कारण अचानक ब्रेक लगा दिया। इसके पीछे आ रही कारें उससे टकरा गईं। गनीमत यह रही कि कोई घायल नहीं हुआ और काफिला तत्काल आगे बढ़ गया। बता दें, प्रियंका बिलासपुर के डिबडिबा गांव निवासी किसान नवरीत सिंह के परिवार से मिलेंगी। 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान ट्रैक्टर पलटने से नवरीत सिंह का निधन हो गया था। यह हादसा तब हुआ था जब नवरीत सिंह स्टंट दिखा रहे थे। गुरुवार को उनका भोग और अंतिम अरदास है। प्रियंका गांधी के साथ रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी समेत अन्य नेता हो सकते हैं। भाजपा ने इसे किसानों पर राजनीति करने की साजिश बताया है। भाजपा का कहना है कि प्रियंका या किसी कांग्रेस नेता ने दिल्ली में घायल पुलिसवालों की खैर-खबर नहीं पूछी।
दीप सिद्धू और जुगराज पर 1-1 लाख का इनाम
गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर उपद्रव करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने बुधवार को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू व केसरिया झंडा फहराने वाले जुगराज सिंह समेत आठ लोगों पर इनाम घोषित कर दिया है। दीप सिद्धू, जुगराज सिह, गुरजोत सिंह व गुरजंत सिह पर 1-1 लाख रुपए और जगवीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह व इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपए इनाम की घोषणा की गई है। ये सभी पंजाब के अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं। उधर, दिल्ली पुलिस ने लाल किले से 9000 मोबाइल फोनों का डंप डाटा उठाया है। ये वे नंबर हैं जो पंजाब व हरियाणा के पते पर पंजीकृत हैं। उपद्रव में शामिल रहे करीब 200 ट्रैक्टरों, कार व बाइक के मालिकों की पहचान की जा चुकी है।
सख्ती के बावजूद दिल्ली में घुस रहे ट्रैक्टर
इस बीच, खबर है कि दिल्ली पुलिस की तमाम किलेबंदी के बावजूद कृषि कानूनों के विरोधी प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर लेकर राजधानी में घुसने लगे हैं। टीकरी बार्डर पर ये ट्रैक्टर उस रास्ते से घुस रहे हैं, जिससे अब तक प्रदर्शनकारियों का आवागमन हो रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार 10-15 ट्रैक्टर सिंघु बार्डर-नरेला रोड पर आ चुके हैं। ये ट्रैक्टर छोटी-छोटी गलियों व प्लाट से होते हुए गंदे नाले के पास से नरेला रोड पर पहुंच गए हैं। यहां पर कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं है। करीब डेढ़ किलोमीटर नरेला की ओर चलने के बाद पुलिस की ओर से बैरिकेड लगाए गए हैं। इसका फायदा प्रदर्शनकारी आसानी से उठा सकते हैं।