9-साल विवाद के बाद गौतम सिंघानिया पिता के साथ दिखे रेमंड के चेयरमैन ने लिखा- खुश हूं; घर से बाहर निकालने का आरोप लगा था
रेमंड ग्रुप के चेयरमैन गौतम सिंघानिया और ग्रुप के फाउंडर और गौतम के पिता विजयपत सिंघानिया के बीच सुलह होती नजर आ रही है। गौतम सिंघानिया ने बुधवार को एक्स पर अपने पिता के साथ एक तस्वीर शेयर की।
उन्होंने लिखा- ‘आज अपने पिता को घर पर पाकर और उनका आशीर्वाद पाकर खुश हूं। सदैव आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं पापा।’ विजयपथ सिंघानिया ने 2015 में अपने बेटे को कंपनी की बागडोर सौंपी दी थी।
गौतम में हाथ में कंपनी की बागडोर आने के बाद से दोनों के बीच विवाद चल रहा है। 2017 में विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे पर मुंबई में उनकी पारिवारिक संपत्ति जेके हाउस बिल्डिंग से बाहर निकालने का आरोप लगाया था।
हाल ही में पत्नी नवाज मोदी से अलग हुए थे गौतम सिंघानिया
पिछले साल गौतम सिंघानिया अपनी पत्नी नवाज से भी अलग हो गए थे। इसके बाद विजयपत सिंघानिया का एक इंटरव्यू सामने आया था। बिजनेस टुडे से बातचीत में विजयपत ने अपनी विरासत बेटे को सौंपने पर अफसोस जताया था।
गौतम मुझे सड़क पर देखकर खुश होता: विजयपत सिंघानिया
विजयपत ने कहा था- ‘मेरे पास अब कुछ नहीं है। मैंने उसे सब कुछ दिया… गलती से मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे, जिनसे मैं आज गुजारा कर रहा हूं। नहीं तो मैं सड़क पर होता। वह मुझे सड़क पर देखकर खुश होता। मुझे इस बात का यकीन है। अगर वह अपनी पत्नी को इस तरह बाहर फेंक सकता है, अपने पिता को बाहर फेंक सकता है, मुझे नहीं पता कि वह क्या है।’
अपने बच्चों को सब कुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचें
विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे के बारे में बात करते हुए कहा था, ‘माता-पिता को अपने बच्चों को सब कुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचना चाहिए। मैं आपको यह नहीं कह रहा हूं कि मत दो। मैं केवल यह कह रहा हूं कि अपनी मौत के बाद दें। अपने जीवनकाल में न दें, क्योंकि इसकी आपको भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।’
मुझ पर चिल्ला सकता है और मुझे गाली दे सकता है गौतम
विजयपत से पूछा गया था कि अगर नवाज इस मामले को सुलझाने के लिए आपके पास आती हैं तो क्या आप अपने बेटे से बात करेंगे। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरा पहला उत्तर हां होगा, मैं उससे मिलने के लिए तैयार हूं। मेरा दूसरा उत्तर यह है कि उससे मिलने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि वह मेरी बात नहीं सुनेगा।
यदि मैं कुछ ऐसा कहूंगा जो उसे पसंद नहीं होगा तो वह मुझ पर चिल्ला सकता है, वह मुझे गाली दे सकता है। वह इस तरह की सभी चीजें करता है, इसलिए मैं जितना संभव हो सके दूर रहने की कोशिश करूंगा। मैं अपना सपोर्ट अपनी बहू को दूंगा, अपने बेटे को नहीं।’
पैसा पावर है… पावर ईगो है… ईगो अहंकार है
एक समय मेरे पास बहुत सारा पैसा, शक्ति और अधिकार भी थे। मुझे नहीं लगता कि भगवान की कृपा से यह कभी मेरे सिर पर चढ़ा। अगर यह बात उसके (गौतम) सिर पर चढ़ गई है, तो शायद वह उनमें से एक है। इस दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो इसे अपने सिर पर चढ़ने देते हैं। पैसा पावर है, पावर ईगो है, ईगो अहंकार है।