दिर में पुलिस की गुंडागर्दी, केरल में BJP को मौका क्या त्रिशूर में फिल्मस्टार सुरेश गोपी भेद पाएंगे लेफ्ट-कांग्रेस का किला
20 अप्रैल को त्रिशूर में मशहूर पूरम फेस्टिवल मनाया जा रहा था। आरोप है कि फेस्टिवल के दौरान पुलिस ने श्रद्धालुओं से धक्कामुक्की की और जूते पहनकर मंदिर में घुस गई। वीडियो वायरल हुए तो केरल के CM पिनराई विजयन ने तुरंत त्रिशूर पुलिस कमिश्नर अंकित अशोकन और असिस्टेंट कमिश्नर के. सुदर्शन का ट्रांसफर कर दिया। जांच के आदेश भी दे दिए।
26 अप्रैल को होने वाली वोटिंग से सिर्फ 6 दिन पहले हुए इस बवाल ने त्रिशूर सीट के पुराने राजनीतिक समीकरणों को हिला दिया है। आरोप लग रहे हैं कि पुलिस ने हिंदुओं को फेस्टिवल मनाने से रोका। मंदिर प्रशासन को दिन में पटाखे जलाने के लिए मजबूर किया गया। पूरे इलाके की बैरिकेडिंग कर दी और श्रद्धालुओं को मंदिर में जाने से रोका। लोगों ने मंदिर में घुसना चाहा तो पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
रंगीन छतरियों से सजे हाथी इस फेस्टिवल का अहम हिस्सा हैं,