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डेटा इंजीनियस ग्लोबल और राजस्थान पुलिस कोविड-19 के राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पास के लिए व्यापार ऐप देते है

जयपुर 7 अप्रैल, 2020 भीड़भाड़ पर अंकुश लगाने के लिए, राजस्थान पुलिस ने वैश्विक आईटी प्रर्वतक, डेटा इंजीनियस ग्लोबल लिमिटेड  के समर्थन से एक मोबाइल ऐप- राजकॉप सिटिज़न्सऐप शुरू किया है, ताकि राज्य में व्यक्तियों और कंपनी के कर्मचारियों को आवश्यक परिस्थितियों में बाहर निकालने की अनुमति मिल सके। ऐप को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और हजारों लोग लाभान्वित हुए हैं।

इस ऐप के डेवलपर डेटा इंजीनियस ग्लोबल लिमिटेड ने कहा कि राजकॉप सिटीज़न्सऐप व्यापक है और इसे उन राज्यों में दोहराया जा सकता है जो अभी भी पास के लिए इस डिजिटल मोड को नहीं अपना रहे हैं। अगर किसी भी राज्य को इसकी ज़रूरत है, तो कंपनी ने आईटी सहायता की पेशकश की है।

इस ऐप को लॉकडाउन के दौरान लोगों की तात्कालिक ज़रूरत को पूरा करने के लिए राजस्थान में लॉन्च किया गया था, और इसकी टीम सरकार के बताए बदलाव करने के लिए घर से काम कर रही है।

डॉ. अजय डेटा सीईओ, डेटा इंजीन्सियस ग्लोबल लिमिटेड ने कहा, “हम नए कोरोनोवायरस के कारण एक अप्रत्याशित संकट से गुजर रहे हैं और मानव जीवन पर इसके प्रभाव की वजह से लॉकडाउन हुआ है। पूरा देश लॉकडाउन से गुजर रहा है और संकट से निपटने में इसकी प्रभावशीलता को लोग अच्छे से समझ रहे हैं। हालांकि, कुछ कदम आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखने के लिए बिल्कुल आवश्यक हैं। कुछ लोग आपातस्थितियों में बाहर जाने के लिए मजबूर हो सकते हैं। हमें लगता है कि आईटी क्षेत्र में हमारी विशेषज्ञता को राजस्थान पुलिस ने पहचाना और हमें सरकार द्वारा लॉकडाउन पास बनाने का काम करने के लिए कहा।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और हमारी टीम ने चार दिनों तक लगातार घर से काम किया और यह ध्यान देने योग्य बात है कि हम आवश्यक सेवाओं और आपात स्थिति में लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए एक उन्नत लॉकडाउन पास सिस्टम दे सकें। हमारे पास ज़रूरत होने पर अन्य राज्यों को भी आईटी समर्थन देने की क्षमता है। हमने आज से हिंदी संस्करण का ऐप भी शुरू कर दिया है।”

शरत कविराज, डीआईजी, राज्य क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने कहा, यह राजकॉप सिटिज़न्स ऐप को शनिवार 28 मार्च 2020 को अंग्रेजी में एंड्रॉइड प्ले स्टोर पर लॉन्च किया गया था, लेकिन हर दिन इसे आवश्यकता के अनुरूप संशोधित किया जाएगा, विशेष रूप से पिरामिड के निचले हिस्से में आने वाले लोगों के लिए।

कविराज ने कहा, “फिलहाल हम लॉकडाउन को नियंत्रित करने के लिए तकनीक और मानवीय दृष्टिकोण दोनों का उपयोग कर रहे हैं। हमने अब अपने कर्मचारियों को दस्तावेजों की जांच करने और लोगों का बाहर निकलने की अनुमति देने के निर्देश दिए हैं। भोजन, किराने का सामान, फल ​​और सब्जियां, डेयरी और मिल्क बूथ, मीट औ मछली, पशु चारा का काम करने वाली राशन की दुकानें (पीडीएस के तहत) आवश्यक सेवाओं की सूची में आती हैं, जो ऐप डाउनलोड करके पास प्राप्त कर सकती हैं।”

आवश्यक सेवाओं में शामिल कई कंपनियों ने सड़क पर लॉकडाउन के दौरान उनके कर्मचारियों को दंडित करने वाली पुलिस के बारे में शिकायत की है। इस लॉकडाउन के दौरान, केवल आवश्यक सेवाओं को कार्य करने की अनुमति है। गृह मंत्रालय के अनुसार, भोजन, किराने का सामान, फल ​​और सब्जियां, डेयरी और मिल्क बूथ, मीट औ मछली, पशु चारा का काम करने वाली राशन की दुकानें (पीडीएस के तहत) आवश्यक सेवाओं की सूची में आती हैं।

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