मध्य प्रदेश: भोजन नहीं मिलने से टूटा सब्र, लाठी-पत्थर से तोड़ा आश्रय केंद्र का ताला
मध्य प्रदेश के हरदा में प्रयागराज, लुधियाना और बुरहानपुर के मजदूरों का सब्र भोजन नहीं मिलने से मंगलवार को टूट गया। गुस्साए लोगों ने हरदा के पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास के आश्रय केंद्र का ताला लाठी-पत्थर से तोड़ दिया। बाहर निकलकर जमकर हंगामा मचाया। सूचना पर कोतवाली पुलिस पहुंची और जैसे-तैसे उनको समझाकर लौटाया।
थाना प्रभारी उमेंद्र सिंह राजपूत ने आश्वासन दिया कि बुधवार को उन्हें उनके घरों के लिए बसों से रवाना कर दिया जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ। जानकारी के मुताबिक बुरहानपुर, प्रयागराज और लुधियाना के 40 मजदूरों को आश्रय केंद्र में तीन दिनों से ठहराया गया था।
मंगलवार सुबह लोगों ने हंगामा कर केंद्र का ताला तोड़ दिया और लाठी-पत्थर लेकर सड़कों पर आ गए। केंद्र में चपरासी और दो पुलिसकर्मी भी सभी के तेवर देख पीछे हट गए। पहले से इस केंद्र में रह रहे 30 अन्य मजदूर भी हंगामे में शामिल हो गए। गुस्साए लोगों ने सड़क पर आकर हंगामा किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो महिलाएं लकड़ी लेकर सामने आ गईं।
उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें केंद्र में सुविधाएं नहीं मिल रहीं हैं। भूखे रहना पड़ रहा है। खाना मिलने का समय निर्धारित नहीं है। उन्हें घर भेजा जाए। थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। लोगों को समझाया तब वह शांत हुए।
उधर, एक अन्य घटनाक्रम में दतिया के जिगना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जौहरिया हाइवे पर एक बार फिर से उप्र पुलिस ने विभिन्न राज्यों से आए 500 से अधिक मजदूरों को रोक लिया।
थाना प्रभारी रवींद्र शर्मा को सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। करीब तीन घंटे बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से वाहन मंगाए गए और इसके बाद सभी मजदूरों को वहां से निकाला गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान आदि राज्यों से दिहाड़ी मजदूर अपने राज्य वापसी के लिए अपने-अपने साधन तो कु छ पैदल ही आ रहे हैं।