कानपुर: शेल्टर होम तक कैसे पहुंची स्वास्थ्य टीम? / एक बच्ची को आया था बुखार, जांच हुई तो कोरोना पॉजिटिव निकली; अब सील बिल्डिंग से निकाले जाएंगे बालिकाओं के रिकॉर्ड
कानपुर. राजकीय बालिका संवासिनी गृह में 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित मिली हैं, इनमें से 7 नाबालिग लड़कियों के गर्भवती मिलने से सवाल उठने लगे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाईलेवल जांच की मांग उठाई है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लिया तो जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिला प्रशासन ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि शेल्टर होम में आने वाली लड़कियां पहले से गर्भवती थीं। इनके बैक हिस्ट्री के दस्तावेज शेल्टर होम के रिकॉर्ड रूम में सुरक्षित हैं। अभी होम सील है। मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत रिकॉर्ड रूम से दस्तावेज निकाले जाएंगे। सभी बिंदुओं की जांच होगी। हालांकि, ये लड़कियां कोरोना से संक्रमित कैसे हुईं? अभी इसका जवाब नहीं मिल सका है। मामले में राज्य महिला आयोग ने जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की है।
शेल्टर होम में कैसे पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
शेल्टर होम एक बच्ची बुखार और सीने में जकड़न से पीड़ित थी। शेल्टर होम के स्टाफ ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने बच्ची का कोरोना टेस्ट कराया, जिसकी 14 जून को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शेल्टर होम के सभी स्टाफ और वहां रहने वाली लड़कियों समेत 145 लोगों के सैंपल लिए थे।
तीन अलग-अलग दिनों में रिपोर्ट आई थी
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शेल्टर होम से कुल 145 सैंपल की रिपोर्ट तीन अलग-अलग शिफ्ट में दी गई। पहली रिपोर्ट 17 जून को आई थी, इसमें 33 लड़कियों में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद 18 जून को लैब से दूसरी रिपोर्ट में 17 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव मिली थी। 19 जून की देर रात आई रिपोर्ट में 8 बच्चियों में संक्रमण की पुष्टि हुई। बिल्डिंग को एक दिन बाद सील किया गया था।
हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के बाद गर्भवती होने का पता चला
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संक्रमित 57 लड़कियों को रामा मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया था। वहां डॉक्टरों की जांच में पता चला कि 5 लड़कियां गर्भवती हैं। 17 साल की दो बच्चियां 8 महीने की प्रेग्नेंट हैं। इनमें एक गर्भवती बच्ची एचआईवी पॉजिटिव भी है और दूसरी गर्भवती बच्ची हेपेटाइटिस सी से संक्रमित है। दोनों गर्भवती लड़कियों को हैलट रेफर कर दिया गया है।
शेल्टर होम आने से पहले गर्भवती थीं लड़कियां
जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्म देव राम तिवारी ने बताया कि संरक्षण गृह में कुल 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। कुल संरक्षित बालिकाओं में 7 गर्भवती हैं। इनमें 5 कोरोना पॉजिटिव हैं। शेष 2 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पांच पॉजिटिव लड़कियां को जनपद आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर के बाल कल्याण समिति ने भेजा था। सातों लड़कियां शेल्टर होम आने से पहले ही गर्भवती थीं।