मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार / आनंदी बेन आज कार्यवाहक राज्यपाल की शपथ लेंगी; शिवराज कैबिनेट में पुराने के साथ नए चेहरे लाने की उलझन बरकरार
भोपाल. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बुधवार को दोपहर बाद भोपाल आ रही हैं। वे शाम 4.30 बजे मप्र के प्रभारी राज्यपाल की शपथ लेंगी। इससे पहले प्रभारी राज्यपाल को लेने के लिए मध्य प्रदेश शासन का एक विशेष विमान भोपाल से लखनऊ भेजा जाएगा। यहां स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनकी अगवानी करेंगे। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन अस्वस्थता हाेने के कारण इन दिनों लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती हैं। पटेल को यहां का भी प्रभार दिया गया है।
इधर, दिल्ली से लौटने के बाद भी भाजपा में मंत्रिमंडल के नाम तय करने की उलझन बरकरार है। शिवराज के पिछले कार्यकालों में मंत्री रह चुके सीनियर विधायकों को लेकर पेंच फंसा है। उन्हें मंत्रिमंडल में लेने के दबाव के कारण नए चेहरों के साथ उनका तालमेल गड़बड़ा गया है। अब पार्टी इस बारे में विचार कर रही है कि कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़ा दी जाए। यहां पार्टी पहले उपचुनाव के मद्देनजर चार से पांच पद रिक्त रखने का विचार कर रही थी, अब यह संख्या एक-दो ही रखने की बात सामने आई है। हालांकि इस पर भी अंतिम निर्णय नहीं हुआ।
दिल्ली से लौटे प्रदेश अध्यक्ष से वरिष्ठ विधायक मिले
इससे पहले मंगलवार सुबह केंद्रीय नेताओं से मिलकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भोपाल लौट आए। दोपहर बाद वरिष्ठ विधायक भूपेंद्र सिंह और संजय पाठक पार्टी दफ्तर पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा से मुलाकात की। इसे मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है।
सिंधिया एक भी पद छोड़ने के मूड में नहीं
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सिंधिया ने अपने समर्थकों को मंत्री बनाए जाने के लिए जितने पद मांगे थे, उसमें से वे एक भी कम करने के पक्ष में नहीं हैं। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में आए बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना, हरदीप डंग और रणवीर जाटव को भी पार्टी मंत्री बनाने का भरोसा दे चुकी है। ऐसा ही निर्दलीय प्रदीप जायसवाल और बसपा के संजीव कुशवाह के साथ भी किया गया है। लिहाजा, कैबिनेट का आकार और बढ़ सकता है। देर शाम को मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री के बीच पार्टी दफ्तर में करीब एक घंटे तक बात हुई है।