Sun. Apr 27th, 2025

राजस्थान मुख्यमंत्री आवास पर कैबिनेट की बैठक जारी; सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल की आपत्तियों पर चर्चा, सरकार आज तीसरी बार अर्जी लगा सकती है

राजस्थान में सियासी उठापटक का आज 19वां दिन है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर कैबिनेट की बैठक शुरू चल रही है। इसमें विधानसभा का सत्र बुलाने के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। राज्यपाल कलराज मिश्र के सवालों का जवाब तैयार कर सरकार तीसरी बार सत्र बुलाने की अर्जी दे सकती है। इससे पहले 2 बार मांग खारिज करने के बाद राज्यपाल ने सोमवार को कहा कि सत्र बुलाने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार को 21 दिन का नोटिस देने की शर्त माननी पड़ेगी। राज्यपाल ने सरकार से 2 सवाल भी किए।

पहला सवाल- क्या आप विश्वास मत प्रस्ताव चाहते हैं? यदि किसी भी परिस्थिति में विश्वास मत हासिल करने की कार्यवाही की जाती है तो यह संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव की मौजूदगी में हो और वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाए। इसका लाइव टेलीकास्ट भी होना चाहिए।

दूसरा सवाल- यह भी साफ किया जाए कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग कैसे रखी जाएगी? क्या कोई ऐसी व्यवस्था है जिसमें 200 सदस्य और 1000 से ज्यादा अधिकारियों-कर्मचारियों के इकट्ठे होने पर उनमें संक्रमण का खतरा नहीं हो? यदि किसी को संक्रमण हुआ तो उसे फैलने से कैसे रोका जाएगा?

  • भाजपा नेता मदन दिलावर ने बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ हाईकोर्ट में दूसरी याचिका लगाई है। सोमवार को उनकी याचिका खारिज हो गई थी। दिलावर का कहना है कि उन्होंने बसपा विधायकों के दलबदल की शिकायत स्पीकर सीपी जोशी से की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।
  • बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा है कि राजस्थान में चुनाव के नतीजों के बाद बीएसपी के 6 विधायकों ने बिना शर्त कांग्रेस को समर्थन दिया था। यह दुर्भाग्य रहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीएसपी को नुकसान पहुंचाने के मकसद से विधायकों को असंवैधानिक तरीके से कांग्रेस में मिला लिया। गहलोत ने पिछले कार्यकाल में भी ऐसा ही किया था।
  • ‘बीएसपी चाहती तो पहले ही कोर्ट जा सकती थी, लेकिन हम कांग्रेस और गहलोत को सबक सिखाने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। हम इस मामले को छोड़ेंगे नहीं। जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।’
  • ‘हमने अपने 6 विधायकों से कहा है कि राजस्थान विधानसभा में किसी भी तरह की वोटिंग में कांग्रेस के खिलाफ वोट दें। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो पार्टी से उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी।’

गहलोत ने राष्ट्रपति से दखल की मांग की
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्यपाल के रवैए को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। साथ ही राष्ट्रपति को अर्जी भेजकर कहा है कि राज्यपाल सत्र चलाने की मंजूरी नहीं दे रहे, इसलिए आप दखल दीजिए।

पायलट खेमे के 3 विधायक संपर्क में: कांग्रेस
सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि पायलट खेमे के 3 विधायक उनके संपर्क में हैं और 48 घंटे में जयपुर पहुंच जाएंगे। बाकी एमएलए भी लौटना चाहें तो सोनिया और राहुल गांधी से बात कर उन्हें माफी दिलवा देंगे। उनकी सदस्यता को कोई खतरा नहीं रहेगा। सुरजेवाला के इस दावे पर पायलट खेमे के विधायक हेमाराम ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पायलट गुट का एक भी विधायक इधर-उधर नहीं होगा, लेकिन गहलोत कैंप के 13 विधायक संपर्क में हैं और बाड़ेबंदी खत्म होते ही हमारे पास आ जाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *