नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड सेरेमनी 1 या 2 महीने के लिए टल सकती है, 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में होना है प्रोग्राम
इस साल नेशनल स्पोर्ट्स अवार्ड सेरेमनी को कोरोनावायरस के कारण एक या दो महीने के लिए टाला जा सकता है। खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आखिरी फैसला अभी राष्ट्रपति भवन से आना बाकी है। राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवॉर्ड हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति द्वारा दिए जाते हैं। यह सेरेमनी भी राष्ट्रपति भवन में ही होती है।
कोरोना के कारण इस बार खेल पुरस्कारों के पहली बार ई-मेल के जरिए आवेदन मंगाए गए। आमतौर पर नामांकन भेजने की प्रक्रिया अप्रैल में ही शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से मई में आवेदन मांगे गए थे।
नीरज चोपड़ा और रानी रामपाल का नाम भी खेल रत्न के लिए भेजा
इस बार क्रिकेटर रोहित शर्मा, एथलीट हिमा दास और रेसलर विनेश फोगाट का नाम खेल रत्न के लिए भेजा गया है। इनके अलावा नीरज चोपड़ा (जेवलिन थ्रो), मनिका बत्रा (टेबल टेनिस) और महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का नाम भी खेल रत्न के लिए भेजा गया है। वहीं, पिछले साल पैरालिंपियन दीपा मलिक और पहलवान बजरंग पूनिया को यह पुरस्कार मिला था।
राष्ट्रपति भवन से आदेश मिलने का इंतजार
खेल मंत्रालय के अधिकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘अभी हमें राष्ट्रपति भवन से कोई जानकारी नहीं मिली है। हम खेल अवार्ड्स को लेकर राष्ट्रपति भवन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। मौजूदा समय में देशभर में ऐसे प्रोग्राम्स पर रोक लगी है, जहां लोग इकट्ठा होते हैं। इस कारण राष्ट्रपति भवन में भी कोई कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं। पहले भी कई बार अवॉर्ड सेरेमनी 29 अगस्त के बाद कराए गए हैं। यदि इस बार भी यह प्रोग्राम टलता है, तो फिर 1 या 2 महीने बाद इसे कराया जा सकता है। फिलहाल, लोगों की सुरक्षा ही हम सभी की प्रायोरिटी है।’’
मेजर ध्यान चंद की जयंती पर होता है प्रोग्राम
हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह में पुरस्कार दिए जाते हैं। खेल रत्न भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर इसका नाम रखा गया है। हर साल देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को यह दिया जाता है। पुरस्कार के साथ खिलाड़ी को 7.5 लाख रुपए और एक प्रतिमा दी जाती है। वहीं, अर्जुन अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी को पांच लाख रुपए दिए जाते हैं।