सरकार को 8 बिल लाने थे ले आए 13 भाजपा ने विरोध किया तो राठौड़ को बाहर निकालने का प्रस्ताव पास, धरने के बाद वापस
राजस्थान विधानसभा में सोमवार को सत्र शुरू होते ही सरकार और विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच जमकर हंगामा हुआ। दरसअल, सरकार की ओर से 8 विधेयक लाए जाने थे, लेकिन उसने पटल पर 13 विधेयक रख दिए। यहीं से हंगामे की शुरुआत हुई। इसके बाद उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर निकालने का भी प्रस्ताव पारित करा दिया गया। इससे भड़के भाजपा विधायकों ने वेल में धरना, नारेबाजी और जमकर हंगामा किया।
इस हंगामे के चलते सुबह 11 बजे शुरू हुए सत्र को शाम 5:10 बजे तक खत्म होने से पहले बीच में चार बार स्थगित करना पड़ा। तीन बार आधे-आधे घंटे के लिए और एक बार 15 मिनट के लिए कार्यवाही रोकनी पड़ी । इस बीच भाजपा ने दो बार वॉकआउट भी किया। दूसरी बार वॉकआउट के बाद भाजपा विधायक सदन में नहीं आए। वहीं, सरकार ने हंगामे के बीच ही 8 विधेयक भाजपा की मौजूदगी में और 5 बिल भाजपा की गैरमौजूदगी में ही पास करा लिए।
कटारिया का तर्क; विधेयक पढ़ने व समझने का समय ही नहीं दिया गया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा-एकसाथ इतने विधेयक लाना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रहा है। विधायकाें काे विधेयक पढ़ने-समझने का समय मिलना चाहिए। इसके लिए सदन और चला सकते थे। ऐसे में इन्हें पास करने की जल्दबाजी से आपत्ति है। भिखारियाें से जुड़ा विधेयक जाे अब आया है, वाे 2012 में भी आकर कानून बना था लेकिन कुछ बदलाव नहीं आ सका है।
पुनर्वास व इनके शेल्टर हाेम पर काम नहीं हुआ है। कटारिया ने कहा कि अब जितने विधेयक पास कराने हैं, करा लाे हम ताे चले। इसके बाद बीजेपी विधायक वापस नहीं आए। इससे पहले सुबह 11:07 बजे भी बड़ी संख्या में विधेयकाें के विराेध में बीजेपी ने वॉकआउट करके विराेध दर्ज कराया था।
विरोध आपका हक है… लेकिन कोरोनाकाल में ये तरीका हानिकारक है
वो 13 विधेयक… जो गहलोत सरकार ने पारित कराए
1. राजस्थान माल और सेवा कर द्बितीय संशोधन विधेयक-2020 2. राजस्थान माल व सेवा कर तृतीय संशोधन विधेयक-2020 3. राजस्थान विधानसभा अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन संशोधन विधेयक-2020 4. राजस्थान विशेष न्यायालय निरसन विधेयक-2020 5. राजस्थान भिखारियों या निर्धन व्यक्तियों का पुनर्वास संशोधन विधेयक-2020 6. राजस्थान स्टांप संशोधन विधेयक-2020 7. राजस्थान आबकारी संशोधन विधेयक-2020 8. राजस्थान कृषि उपज मंडी द्वितीय संशोधन विधेयक-2020 9. राजस्थान कृषि जोतों पर अधिकतम सीमा अधिरोपण (संशोधन) विधेयक-2020 10. राजस्थान उद्यम एकल खिड़की सामर्थ्यकारी, अनुज्ञापन (संशोधन) विधेयक-2020 11. राजस्थान पुलिस (संशोधन) विधेयक-2020 12. महामारी विधेयक-2020 13. राजस्थान मदरसा बोर्ड विधेयक-2020
बिहार में भी एक दिन में 12 बिल पास हो चुके हैं
- बिहार में भी एक दिन में 12 बिल पास हो चुके हैं। हमारी मंशा सदन चलाने की थी पर कोरोना के कारण लंबा नहीं चल सका। फिर सदन बुला सकते हैं। – सीपी जोशी, स्पीकर
विधानसभा लाइव; स्पीकर ने राठौड़ को बाहर करने के लिए मार्शल को इशारा किया तो विधायक बने कवच
सुबह 11 बजे : कार्यवाही शुरू
विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। सरकार की ओर से 8 विधेयक लाए जाने थे, लेकिन इससे पहले कार्य सलाहकार की हुई बैठक में पांच नए विधेयक लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया। इस पर विपक्षी बीजेपी ने आपत्ति जताई। सदन के पटल पर 13 विधेयक रखने पर शुरुआत में ही हंगामा हो गया।
दोपहर 12:35 : सुरक्षाबलों व विधायकों में धक्का-मुक्की
बीजेपी विधायक वेल में आ गए। हंगामे से नाराज स्पीकर सीपी जाेशी ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल काे निर्देश दिए कि राजेंद्र राठाैड़ काे सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव लाएं। अगले ही पल धारीवाल ने राठाैड़ काे इस सत्र के लिए सदन से बाहर करने का प्रस्ताव ला दिया। स्पीकर ने इसे मंजूरी दे दी। राठाैड़ काे सदन से बाहर करने के लिए मार्शल काे इशारा किया गया।
ऐसे में तुरंत सदन के अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी दाखिल हाे गए। बीजेपी के विधायक भी सुरक्षा कवच के रूप में राठाैड़ के आसपास खड़े हाे गए। कुछ महिला और पुरुष विधायक सुरक्षाकर्मियाें के सामने खड़े हाेकर उनसे भिड़ गए। इस दाैरान विधायकाें और सुरक्षाकर्मियाें के बीच जाेर आजमाइश और धक्का-मुक्की हाेने लगी। मामला बिगड़ता देख सुरक्षाकर्मियाें काे सदन से बाहर जाने का इशारा मिला ताे सुरक्षाकर्मी चले गए।
दाेपहर 12:39 बजे : स्थगित
विधानसभा आधे घंटे के लिए स्थगित। बीजेपी विधायक राठाैड़ काे बीच में लेकर बैठे रहे। दोपहर 1:09 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई लेकिन गर्माए माहाैल में कुछ ही पल चल पाई। फिर आधे घंटे स्थगित कर दी गई।
दाेपहर 1:39 बजे : स्पीकर ने कहा-राठौड़ काे जाना होगा
दोबारा कार्यवाही शुरू हुई लेकिन गतिरोध बना रहा। स्पीकर ने कहा- मैं राजेंद्र राठौड़ काे सदन में अलाऊ करने काे तैयार हूं, पर दाे मिनट के लिए एक बार ताे सदन से बाहर जाना ही पड़ेगा ताकि बुलाने का प्राेसेस करा लें। इस पर वैल में हंगामा कर रहे बीजेपी विधायक और गुलाबचंद कटारिया ने राठौड़ काे बाहर भेजने की बात काे खारिज कर दिया और हंगामा जारी रहा। कार्यवाही 1:57 बजे तक चली। इसके बाद 15 मिनट के लिए स्थगित। दोपहर 2:28 बजे चौथी बार सदन 15 मिनट के लिए स्थगित। बीजेपी विधायक वेल में धरने पर बैठे रहे।
5:10 बजे : सत्र खत्म हो गया
2:43 बजे कार्यवाही शुरू हुई। कटारिया ने बिल पढ़ने-समझने का वक्त न दिए जाने का तर्क देते हुए भाजपा विधायकों के साथ वॉकआउट कर दिया। इसके बाद वे वापस नहीं आए। वहीं, सरकार ने भाजपा की गैरमौजूदगी में ही पांच बिल पास कराए। शाम 5.10 बजे सत्र खत्म।