Fri. Nov 22nd, 2024

फ्लिपकार्ट के बिग बिलियन डेज़ से इस बार त्यो हारों के सीज़न में 70,000 प्रत्यकक्ष और परोक्ष रूप से लाखों नौकरियों का होगा सृजन

इंदौर: भारत के स्‍वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्‍लेस फ्लिपकार्ट ने आगामी त्‍योहारी सीज़न के मद्देनज़र अपने बिग बिलियन डेज़ (BBD) की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही, इस बार इसके माध्‍यम से 70,000 नए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे जबकि इस खास आयोजन के चलते लाखों अन्‍य अस्‍थायी अवसर भी परोक्ष रूप से सामने आएंगे। फ्लिपकार्ट की सप्‍लाई चेन में डिलीवरी एग्‍ज़ीक्‍युटिव्‍स, पिकर्स, पैकर्स और सॉर्टर्स जैसे रोज़गार के प्रत्‍यक्ष अवसरों के अलावा इसके सैलर पार्टनर लोकेशंस और किराना दुकानों में भी अतिरिक्‍त नौकरियों के दरवाज़े खुलेंगे। इनके अलावा, अब जबकि पूरा इकोसिस्‍टम त्‍योहारी सीज़न की तैयारियों में जुटा है, ऐसे में संबद्ध उद्योग क्षेत्रों जैसे वैंडर लोकेशंस और फ्रेट पार्टनर्स आदि के स्‍तर पर भी नए रोज़गार के मौके सामने आएंगे। सप्‍लाई चेन में विस्‍तार और मज़बूती से लाखों नए ई-कॉमर्स यूज़र्स भी आसानी से ऑनलाइन खरीदारी का आनंद उठा सकते हैं जो कि इस इकोसिस्‍टम से जुड़े हितधारकों द्वारा की जा रही है तैयारियों से मुमकिन होगा।

बिग बिलियन डेज़ के जटिल और व्‍यापक स्‍वरूप के चलते, क्षमता, स्‍टोरेज, छंटाई, पैकेजिंग, मानव संसाधन, प्रशिक्षण एवं डिलीवरी जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश की आवश्‍यकता है, जो त्‍योहारी सीज़न के दौरान नौकरियों के अतिरिक्‍त अवसरों को बढ़ावा देगा। इस साल, फ्लिपकार्ट अपनी सप्‍लाई चेन में करीब 70,000 लोगों की तैनाती कर रहा है और साथ ही, इसके सैलर एवं अन्‍य इकोसिस्‍टम पार्टनर्स लोकेशंस पर भी परोक्ष रूप से लाखों नई नौकरियों की संभावनाएं तैयार हो रही हैं। फ्लिपकार्ट द्वारा लास्‍ट-माइल डिलीवरी के लिए 50,000 से अधिक किराना दुकानों को अपने प्‍लेटफार्म से जोड़ने के परिणामस्‍वरूप भी हजारों नई नौकरियों के द्वार खुलेंगे और इनके माध्‍यम से आगामी त्‍योहारों के दौरान लाखों पैकेटों की सप्‍लाई मुमकिन होगी।

अमितेश झासीनियर वाइस प्रेसीडेंटईकार्ट एवं मार्केटप्‍लेसफ्लिपकार्ट ने कहा, फ्लिपकार्ट ने अपने उपभोक्‍ताओं और इकोसिस्‍टम पार्टनर्स के जीवन में त्‍योहारों के महत्‍व को समझा है। साथ हीहम बिग बिलियन डेज़ के मद्देनज़र पूरे इकोसिस्‍टम में विस्‍तार के लिए ऐसी भागीदारियों पर ज़ोर देते हैं जो उपभोक्‍ताओं के अनुभवों को बेहतर बनाने वाली हों। ई-कॉमर्स के मोर्चे पर अग्रणी होने के साथसाथ कार्यबल के लिए प्रशिक्षण और हमारे निवेश को व्‍यापक रूप से पहचाना गया है और इनसे कौशल निर्माण के साथ-साथ रोज़गार के

अवसरों को भी बढ़ावा मिलता है। हम इस दौरानरोज़गार के नए अवसरों को बढ़ावा देने के अलावा अपने विक्रेताओं (सैलर्स) को भी उनके कारोबार बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। इस प्रकारहम उद्योग तथा अर्थव्‍यवस्‍था को आगे बढ़ाने में अपने स्‍तर पर भरपूर योगदान कर रहे हैं।

फ्लिपकार्ट अपनी सप्‍लाई चेन के अलग-अलग पहलुओं से जुड़ी जिम्‍मेदारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चला रहा है जो क्‍लासरूम और डिजिटल ट्रेनिंग के रूप में जारी हैं और इससे सप्‍लाई चेन मैनेजमेंट के बारे में समझ बढ़ायी जा रही है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ग्राहक सेवा, डिलीवरी, इंस्‍टॉलेशन एवं सुरक्षा तथा स्‍वच्‍छता के उपायों को लागू करना और हैंड-हैल्‍ड डिवाइसों की कार्य-प्रणालियों की समझ, पीओएस मशीनों, स्‍कैनर्स, मोबाइल एप्‍लीकशनों तथा ईआरपी आदि के बारे में पर्याप्‍त जानकारी प्राप्‍त करना शामिल है। इस दौरान प्रदान की जा रही ट्रेनिंग से प्रतिभागी कार्यबल को भविष्‍य के हिसाब से तैयार करने की योजना है ताकि उन्‍हें देश के तेजी से बढ़ रहे ई-कॉमर्स उद्योग में आगे बढ़ने के अवसर मिल सकें।

फ्लिपकार्ट आगामी त्‍योहारी सीज़न के दौरान, अपने लाखों सैलर पार्टनर्स, एमएसएमई तथा कारीगरों आदि को वेयरहाउस मैनेजमेंट, पैकेजिंग आदि के बारे में भी प्रशिक्षित दे रहा है। इस प्रकार नई नौकरियों के लिए भर्तियां तथा दक्षता प्रदान करने की प्रक्रिया को भारत सरकार के नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन के अंतर्गत लागू किया गया है जिससे देश में स्‍थानीय स्‍तर पर रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा और अर्थव्‍यवस्‍था में भी तेज़ी आएगी।

फ्लिपकार्ट के पास टैक-आधारित मजबूत सप्‍लाई चेन है जिसकी मदद से यह देशभर में, असम में नौगांव से लेकर महाराष्‍ट्र के हदसपुर और केरल के कण्‍णूर तक, सर्विस योग्‍य 100% पिन कोड्स पर लाखों उपभोक्‍ताओं तक शिपमेंट पहुंचाती है। पिछले कुछ वर्षों में, फ्लिपकार्ट ने अपनी सप्‍लाई चेन के माध्‍यम से रोज़गार के लाखों अवसर तैयार किए हैं और देशभर में उद्यमिता तथा त्‍योहारों के मौकों पर बिग बिलियन डेज़ के रूप में नौकरियों के नए द्वार खोले हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *