चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. बिहार में तीन चरण में चुनाव होगा जबकि देश के तमाम राज्यों में रिक्त पड़ी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई है. चुनाव आयोग ने कहा कि उपचुनाव को लेकर 29 सितंबर को ऐलान किया जाएगा.
बिहार विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. बिहार में तीन चरणों में चुनाव होगा. पहले चरण की वोटिंग 28 अक्टूबर, दूसरे चरण की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 7 नवंबर को होगी और नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. हालांकि, चुनाव आयोग ने देश के तमाम राज्यों की विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि देश के तमाम राज्यों में रिक्त हुई विधानसभा और लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा 29 सितंबर को की जाएगी. चुनाव आयोग ने कहा कि मंगलवार को उपचुनाव के लिए विशेष बैठक है, जिसमें किन राज्यों में उपचुनाव कराए जाने हैं और कहां नहीं, इस पर चर्चा होगी. उन्होंने बताया कि कुछ जगह उपचुनावों को स्थगित करने के लिए बात कही जा रही है. मंगलवार की बैठक में सारे बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद उपचुनाव का ऐलान कर दिया जाएगा.
कोरोना के चलते उपचुनाव में नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव होगा और एक बूथ पर सिर्फ 1 हजार वोटर ही जमा होंगे. इस बार प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन भी दाखिल कर सकते हैं और डोर टू डोर कैंपेन में प्रत्याशी के साथ 5 से ज्यादा लोग नहीं होंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि उपचुनाव को लेकर भी हम तैयार हैं और 29 सितंबर को किन-किन राज्यों की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, इसका ऐलान कर दिया जाएगा.
मध्य प्रदेश में 28 सीटें रिक्त
मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटों में से 28 सीटें रिक्त हैं. इनमें दो सीटें विधायकों के निधन की वजह से खाली हैं जबकि 25 सीटों के विधायकों ने इस्तीफा दिया था. मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 समर्थक विधायक कांग्रेस से बागवत कर विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिसके चलते कमलनाथ सरकार गिर गई थी. इसके अलावा हाल ही में कांग्रेस के 4 और विधायकों ने पार्टी छोड़ते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है. इसी वजह से उनकी सीटें भी खाली हो गई हैं. इन्हीं 28 सीटों पर उपचुनाव कराया जाना है, जिनकी घोषणा 29 सितंबर को होगी.
गुजरात में आठ और झारखंड में दो सीट
गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के 8 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसी के चलते अबडासा, मोरबी, धारी, लींबडी, गढडा, कपराडा, करजण और डांग विधानसभा सीट खाली है. वहीं, झारखंड में दो विधानसभा सीटें दुमका और बेरमो खाली हैं, जहां पर उपचुनाव कराए जाने हैं.
हरियाणा-छत्तीसगढ़ की एक-एक सीट
हरियाणा की सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट खाली है. यह सीट कांग्रेस पार्टी के विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन होने चलते रिक्त हुई है. ऐसे ही छत्तीसगढ़ की मरवाही सीट भी खाली है, जो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन से खाली हुई है.
उत्तर प्रदेश में 8 सीटें खाली
उत्तर प्रदेश में 8 विधानसभा सीटें खाली है, इनमें कानपुर के घाटमपुर, जौनपुर के मल्हनी, रामपुर के स्वार, बुलंदशहर के सदर, आगरा के टूंडला, देवरिया के देवरिया सदर, उन्नाव के बांगरमऊ और अमरोहा के नौगावां सादात विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव होने हैं. इनमें से छह सीटें बीजेपी के पास थीं और बाकी दो सीटों पर सपा का कब्जा था.
अन्य राज्यों में रिक्त सीटें
पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटें खाली हैं. ओडिशा में दो विधानसभा सीटें रिक्त हैं. मणिपुर में 11 विधानसभा सीटें काफी समय से खाली है, यहां कांग्रेस विधायकों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. इसके अलावा पुडुचेरी की भी एक सीट रिक्त है. हालांकि, कर्नाटक की भी दो सीटें खाली है, लेकिन मामला कोर्ट में होने के चलते अभी तक उपचुनाव नहीं कराए जा सके हैं. वहीं, बाकी राज्यों की रिक्त सीटों पर उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग 29 सितंबर को घोषणा करेगा.