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कतर एयरवेज की 10 फ्लाइट्स में महिलाओं की निर्वस्त्र तलाशी से बवाल; सरकार ने माफी मांगी

2 अक्टूबर को कतर एयरवेज की 10 फ्लाइट्स से दोहा पहुंचीं महिला यात्रियों की निर्वस्त्र तलाशी ली गई थी। इनमें 13 महिलाएं ऑस्ट्रेलिया की थीं। ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरीसन ने इसे भयावह और असहनीय हरकत बताया। वहीं, कतर ने घटना के लिए माफी मांगी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2 अक्टूबर को दोहा एयरपोर्ट के एक डस्टबिन में नवजात बच्चा मिला था। सुरक्षा अधिकारियों को शक था कि किसी पैसेंजर ने इस बच्ची को जन्म देने के बाद यहां फेंका है। इसके बाद एयरपोर्ट आने वाली हर महिला को निर्वस्त्र करके तलाशी ली गई गई थी। इसका मकसद यह पता लगाना था कि किस पैसेंजर ने बच्ची को जन्म दिया था। इस मामले में तस्वीर अब भी पूरी तरह साफ नहीं है। मसलन, यह जानकारी नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर किन-किन देशों की महिला यात्रियों की इस तरह तलाशी ली गई। या क्या उस महिला का पता लगाया जा चुका है जिसने बच्चे को जन्म देकर उसे डस्टबिन में फेंका।

‘मैं भी एक बेटी का पिता’
घटना 2 अक्टूबर की है। लेकिन, इसकी जानकारी सोमवार को सामने आई। तब यह पता लगा कि दोहा से सिडनी जाने वाली एक ही फ्लाइट की महिलाओं के साथ यह शर्मनाक घटना हुई थी। अब बताया जा रहा है कि कुल 10 फ्लाइट्स में जाने वाली महिलाओं को इस भयावह दौर से गुजरना पड़ा था। ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा- यह अकल्पनीय, भयावह और बर्दाश्त के बाहर हरकत है। मैं भी एक बेटी का पिता हूं। ऑस्ट्रेलियाई हो या कोई और, मैं जानता हूं कि उन पर क्या गुजरी होगी। ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मैरिसे पेन ने कहा- यह एक नहीं, 10 फ्लाइट्स की महिलाओं के साथ हुआ। कुल 18 महिलाओं की तलाशी हुई। इनमें 13 ऑस्ट्रेलियाई थीं।

ज्यादा जानकारी नहीं दी
पेन ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। ये नहीं बताया कि तलाशी किन-किन एयरपोर्ट्स पर हुई। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, पीड़ित महिलाओं में एक फ्रांस की भी थी। कतर इस्लामिक देश हैं। यहां चाइल्डबर्थ और इस तरह के मामलों से जुड़े कानून बेहद सख्त हैं। कतर में 2022 में फुटबॉल वर्ल्ड कप होना है। लेकिन, इस घटना ने यहां महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर इस देश को कठघरे में खड़ा कर दिया है।

कतर सरकार ने क्या कहा
इस घटना के सामने आने के बाद कतर सरकार मुश्किल में है। हर तरफ से उसे विरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक बयान में उसने कहा- हम यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं। हम सिर्फ यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि बच्चे को जन्म किस महिला ने दिया और उसे फेंका क्यों? हम आरोपी को भागने से रोकना चाहते थे। इस कदम से किसी को दुख हुआ हो तो हम माफी मांगते हैं। किसी की आजादी छीनना हमारा मकसद नहीं था। सरकार ने जांच के आदेश भी दिए हैं। बच्ची की हालत अब बेहतर है।

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