दोहा को 2030 और रियाद को 2034 एशियाई खेलों की मिली मेजबानी
नई दिल्ली | कतर की राजधानी दोहा 2030 में होने वाले एशियाई खेलों की मेजबानी करेगी जबकि इसके चार साल बाद 2034 में इन खेलों का आयोजन रियाद में किया जाएगा। इन दोनों प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच करार के बाद बुधवार को यह फैसला किया गया। दोहा ने 2030 एशियाई खेलों की मेजबानी की दौड़ में रियाद को पीछे छोड़ा। इसके लिए मतदान एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) की आम सभा में किए गए थे। सऊदी अरब और कतर के बीच लंबे समय से चले आ रहे राजनीतिक विवादों के बीच मतदान संपन्न हुआ।
सऊदी अरब उन चार देशों में शामिल है जिसने 2017 में कतर का व्यापार और यात्रा बहिष्कार कर दिया था हालांकि हाल ही में संकेत मिले हैं कि इनके बीच के विवाद को सुलझाया जा सकता है। ओसीए इस नतीजे पर पहुंचा कि मतदान में विजेता को 2030 की मेजबानी सौंपी जाएगी जबकि दूसरा उम्मीद्वार 2034 में खेलों का आयोजन करेगा। ओसीए अध्यक्ष शेख अहमद अल फहद अल सबाह ने कहा,”इसका मतलब कोई विजेता नहीं रहा और किसी की हार नहीं हुई।”
उन्होंने इस समझौते पर पहुंचने के लिए सऊदी अरब और कतर के विदेश मंत्रियों तथा सम्मेलन के मेजबान ओमान का आभार व्यक्त किया। कतर में 2022 में फीफा विश्व कप भी आयोजित किया जाएगा। बुधवार को मतदान में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में समस्या के कारण लगातार देरी हुई क्योंकि कई प्रतिनिधि कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने देश में रहकर ही मतदान कर रहे थे। सम्मेलन कक्ष में 26 प्रतिनिधियों को मतपत्र दिए गए जबकि 19 प्रतिनिधियों ने इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के जरिए अपने क्षेत्र में रहकर मतदान किया।