जीत का जुगाड़:मेघवाल-त्रिवेदी के परिजनों को मैदान में उतार सकती है कांग्रेस

पंचायत हार और नगर निगम-नगर निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस अब सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव की तैयारी में जुट गई है। फरवरी-मार्च में होने वाले उपचुनाव में पार्टी सुजानगढ़ में मास्टर भंवर लाल मेघवाल और सहाड़ा में कैलाश त्रिवेदी के परिजनों को ही मैदान में उतार सकती है। पिछले दिनों दोनों के ही परिजन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात कर चुके है। तीनों ही उपचुनाव कांग्रेस सरकार के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। इस चुनाव में सरकार और संगठन के कामकाज का आंकलन किया जाएगा। इसको देखते हुए कांग्रेस ने अभी से ही चुनाव की तैयारी शुरु कर दी हैं, जिससे उप चुनाव में भाजपा को मात दिया जा सके। उधर बीजेपी ने उपचुनाव लड़ने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है।
जल्द ही इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि सुजानगढ़ मास्टर भंवर लाल मेघवाल और सहाड़ा से कैलाश त्रिवेदी विधायक थे। दोनों की पिछले दिनों में निधन हो गया था। जबकि राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी थी। कोराेना से उनका भी निधन हो गया था। इस सीट पर भी भाजपा को अपने दबदबा को कायम रखने का दबाव रहेगा।
20 जिलाें के 90 निकायाें में चुनाव की तैयारी, इसी महीने घाेषणा संभव
12 जिलाें में निकाय चुनाव सम्पन्न हाेने के बाद अगले चरण में शेष सभी जगहाें पर चुनाव संभव
राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के शेष बचे 20 जिलों के 90 निकायों में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को चुनाव आयुक्त पीएस मेहरा ने कानून व्यवस्था से जुड़ी तैयारियों के लिए गृह और पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। गौरतलब है कि 12 जिलों की 50 नगर निकायों में 11 दिसंबर को मतदान करवाया जा चुका है, जबकि बाड़मेर जिले के निकायों के चुनाव नवंबर-2019 में करवाए जा चुके हैं। आयोग अब शेष बचे 20 जिलों में निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटा है।
सचिवालय स्थित आयुक्त के कक्ष में हुई बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) सौरभ श्रीवास्तव, गृह विभाग से विशिष्ठ शासन सचिव वी. सरवन कुमार सहित कई अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस दौरान निकाय आम चुनाव के दौरान कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, आमचुनाव के लिए पुलिस बल की उपलब्धता, पुलिस बलों को नियोजित करने के लिए कार्य योजना, नगर पालिका के संदर्भ में गत चार वर्षों में से तीन वर्ष से अधिक ठहराव या गृह जिले में पदस्थापित पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इन 20 जिलाें में हाेंगे चुनाव
अजमेर, बांसवाड़ा, बीकानेर, भीलवाड़ा, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्ताैडगढ़, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालाैर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागाैर, पाली, राजसमंद, सीकर, टाेंक और उदयपुर शामिल हैं।