सीएम शिवराज की माफिया को चेतावनी : मध्य प्रदेश छोड़ भाग जाओ, नहीं तो जमीन में दस फीट गाड़ दूंगा
4 years ago newsadminभोपाल/होशंगाबाद । आजकल अपन खतरनाक मूड में हैं, गड़बड़ करने वालों को छोड़ेंगे नहीं, फारम (फॉर्म) में है मामा। एक तरफ माफिया के खिलाफ अभियान चल रहा है। मसल्स पावर (बाहुबल), रसूख का इस्तेमाल करके कहीं अवैध कब्जा कर लिया, कहीं भवन तान दिया, कहीं ड्रग माफिया… सुन लो रे मध्य प्रदेश छोड़ देना, नहीं तो जमीन में दस फीट गाड़ दूंगा, कहीं भी पता नहीं चलेगा। प्रदेश के माफिया को यह खुली चेतावनी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी। वे शुक्रवार को होशंगाबाद जिले के माखननगर (बाबई) में आयोजित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने माफिया को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि गड़बड़ करने वालों को छोडूंगा नहीं। उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। बाबई के बाद मुख्यमंत्री ने भोपाल में यही बातें दोहराई।
इमामी गेट स्थित भाजपा जिला कार्यालय के लोकार्पण अवसर पर उन्होंने कहा कि सुशासन में यह भी आता है कि प्रदेश में गुंडों, दादाओं की नहीं चलेगी। सारे माफिया कुचलकर, हाथ, पैर, कमर तोड़कर तबाह कर दिए जाएंगे। जनता के लिए फूल सी कोमल और दुष्टों के लिए वज्र से ज्यादा कठोर है हमारी सरकार। योजनाओं का लाभ सबको मिले इसके लिए भी काम करना है।
चर्चा में रहा सीएम का बयान
माफिया को प्रदेश छोड़ने की चेतावनी देने वाला मुख्यमंत्री का बयान दिन भर चर्चा में रहा। इंटरनेट मीडिया पर भी बयान वायरल होता रहा। राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में शिवराज के तीखे तेवरों की चर्चा होती रही।
चौथे कार्यकाल में बदले हुए तेवर
मुख्यमंत्री चौहान के चौथे कार्यकाल में तेवर बदले हुए हैं। माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर वे लगातार अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इससे पहले भी कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस में उन्होंने अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कटनी के कलेक्टर शशिभूषण सिंह और नीमच के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय को हटाने की कार्रवाई की थी। माना जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले मुख्यमंत्री सख्त प्रशासन का संदेश जनता के बीच देना चाहते हैं।
अब मोबाइल पर मिलेंगे जाति और आय प्रमाण पत्र
होशंगाबाद जिले के माखननगर (बाबई) में आयोजित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आज से सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के निराकरण के साथ ही सेवाओं के प्रदाय का भी काम करेगी। सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 डायल करके अपना आधार नंबर बताने पर आय-जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं मिलेंगी। किसानों की सुविधा के लिए एप बनाया जा रहा है। इसके माध्यम से फसल की बोवनी, नामांतरण, डायवर्सन, सीमांकन सहित अन्य सुविधाएं किसानों को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि एक उपकरण के माध्यम से सीधे सीमांकन हो जाएगा। गैर विवादित नामांतरण के लिए सीधे ऑनलाइन आवेदन करने पर कार्य हो जाएगा। पटवारी सोमवार और गुरुवार को आवश्यक रूप से पटवारी हल्के पर उपस्थित रहेंगे। शिवराज ने घोषणा की कि ग्वालियर में स्व. अटल जी की याद में विशाल स्मारक बनाया जाएगा, जिसमें उनके व्यक्तित्व, कृतित्व, जीवन-दर्शन को रेखांकित किया जाएगा।
मंडी शुल्क घटाकर 50 पैसा किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के लिए लाभदायक हैं। अब किसान मंडी में अथवा मंडी के बाहर कहीं भी अपनी फसलें बेच सकते हैं। प्रदेश में मंडी शुल्क को घटाकर 50 पैसा कर दिया गया है। किसानों से फसल खरीदी अनुबंध के लिए मध्यप्रदेश सरकार एक सरल प्रोफार्मा बना रही है, जिससे किसानों को अनुबंध में आसानी हो तथा कोई भी किसानों के साथ गड़बड़ी न कर सकें। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के संबंध में भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रदेश के सभी विकासखंडों में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। किसानों की सभी भ्रांतियां दूर की जाएंगी। कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग किसानों के हित में है। उन्होंने किसानों से कहा कि कर्ज की गठिया हम उठाएंगे।
किसानों के खातों में 82422 करोड़ की राशि पहुंचाई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस सरकार ने विभिन्न् योजनाओं और समर्थन मूल्य खरीदी की अभी तक 82422 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की है। किसानों को फसल बीमा के 8 हजार 646 करोड़ रूपए दिलवाए हैं। किसानों को किसान सम्मान निधि की केन्द्र द्वारा दी जाने वाली वाली 6 हजार रूपए प्रतिवर्ष राशि के अलावा राज्य सरकार 4-4 हजार रूपए राशि और दे रही है।
जो खेती करना नहीं जानते वे खेती की बात कर रहे
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कृषि कानून का विरोध करने वाले वे लोग हैं, जिन्होंने कभी खेती नहीं देखी, राहुल भैया खेत की बात कर रहे हैं। गेहूं कैसे लगता है यह भी नहीं पता। वे दिल्ली की सड़कों पर बहनजी के साथ निकल रहे हैं। आलू जमीन के ऊपर होता है कि नीचे होता है यह भी नहीं पता। कोई भी बड़ा काम होता है तो विरोध होता है।