राजस्थान कांग्रेस की नई टीम:39 सदस्यों में गहलोत गुट रहा हावी, सचिन कैंप के नेताओं को भी मिला अहम जिम्मा, जातीय संतुलन भी साधा
राजस्थान में लंबे समय से प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी के गठन को लेकर चल रहा इंतजार बुधवार को खत्म हुआ। एआईसीसी ने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की टीम के 39 नामों की पहली सूची का ऐलान कर दिया। इनमें 7 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव और 24 सचिवों की घोषणा की गई।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा की इस टीम में जातीय संतुलन और पॉलिटिकल पावर को भी साधने की कोशिश की गई है। इसमें अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं के साथ युवाओं को भी बराबर जगह दी गई है। पूर्व विधायकों और मंत्रियों को भी सूची में स्थान मिला है। हालांकि,पहली सूची में संगठन महासचिव और पार्टी के प्रवक्ताओं के नाम पर सहमति नहीं बनीं। लिहाजा इन नामों की घोषणा नहीं हो सकी।
सचिन पायलट कैंप के तीन नेता महासचिव, दो उपाध्यक्ष बने
वहीं, इस घोषणा के होने से पहले सबसे बड़ा सवाल यह था कि प्रदेश संगठन की सूची में सचिन पायलट के कैंप को कितनी अहमियत दी जाएगी। अब सूची जारी होने के बाद माना जा रहा है कि संगठन में भले ही अशोक गहलोत कैंप हावी रहा हो। लेकिन पायलट कैंप के भी नजदीकियों को प्रदेश संगठन में जगह मिली है।
इनमें तीन महासचिव वेदप्रकाश सोलंकी, राकेश पारीक और जीआर खटाणा पायलट कैंप के है। वे बगावत के दौरान सचिन पायलट के साथ मानेसर में मौजूद रहे थे। इसी तरह, सचिन पायलट कैंप के पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री राजेंद्र चौधरी व पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर को उपाध्यक्ष तथा प्रशांत सहदेव शर्मा, शोभा सोलंकी और महेंद्र सिंह खेड़ी को सचिव बनाया गया है। संगठन सूची की घोषणा के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट कर सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के नजदीकी माने जाने वाले पूर्व वित्त राज्य मंत्री हरिमोहन शर्मा और विधायक रामलाल जाट भी शामिल है। 24 सचिवों की पूर्व सूची में चार पूर्व सचिव भी शामिल है।
संगठन के गठन में सोशल इंजीनियरिंग का बैलेंस रखा, अब ये चेहरे नहीं आएंगे नजर
वहीं, अब नई सूची के एलान के बाद पीसीसी की टीम में मुमताज मसीह, पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री महेश शर्मा, राजेश चौधरी, पूर्व प्रवक्ता अर्चना शर्मा, सत्येन्द्र भारद्वाज, रूपेश कांत व्यास नजर नहीं आएंगे। वहीं, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए लाखन मीणा को भी संगठन में जगह दी गई है। लाखन मीणा को प्रदेश कांग्रेस महासचिव का अहम जिम्मा दिया है। पीसीसी में 5 महिला पदाधिकारियों को भी तवज्जो दी गई है।
पहली सूची में सोशल इंजीनियरिंग बैलेंस का भी खास ध्यान रखा गया है। इसमें 6 जाट, 5-5 दलित और ब्राह्मण, 1 राजपूत, 4 गुर्जर, एसटी के 5, 3 मुस्लिम, पटेल और सिरवी समाज के 3, कुम्हार समाज के 2 और यादव समाज से 3 पदाधिकारियों को पार्टी की नई टीम में जगह दी गई है।