सिडनी टेस्ट का पहला दिन आधा धुला:ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 166/2, डेब्यू मैच में सैनी को एक विकेट और पुकोव्स्की की फिफ्टी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा सिडनी टेस्ट का पहला दिन आधा बारिश के कारण धुल गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बैटिंग करते हुए खेल खत्म होने तक 2 विकेट गंवाकर 166 रन बना लिए हैं। स्टीव स्मिथ (31) और मार्नस लाबुशेन (67) नाबाद हैं। लाबुशेन ने अपने टेस्ट करियर की 9वीं फिफ्टी लगाई।
मैच में डेब्यू टेस्ट खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपनर विल पुकोव्स्की ने करियर की पहली फिफ्टी लगाई। उन्हें पवेलियन भी डेब्यू टेस्ट खेल रहे भारतीय तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने ही भेजा। पुकोव्स्की 62 रन बनाकर LBW हुए।
डेब्यू मैच में डेब्यूटेंट को आउट करने वाले सैनी 5वें भारतीय
नवदीप सैनी अपने डेब्यू मैच में विपक्षी टीम के डेब्यूटेंट को आउट करने वाले 5वें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। पिछली बार जहीर खान ने 2000 के ढाका टेस्ट में मेहराब हुसैन को आउट किया था। वहीं, सबसे पहले विजय हजारे ने 1946 में लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लिश क्रिकेटर एलेक बेडसेर को आउट किया था।
बारिश से धुला साढ़े 3 घंटे का खेल
पहले दिन शुरुआती 7.1 ओवर के बाद बारिश हो गई थी। इसके कारण साढ़े 3 घंटे का खेल नहीं हो सका। पहले दिन 90 की बजाय 55 ओवर का ही खेल हो सका। पहला दिन धुलने के कारण इसकी भरपाई अगले 4 दिन में होगी। अंपायर पैनल ने फैसला किया है कि अगले 4 दिन आधा-आधा घंटे का ज्यादा खेल होगा।
डेब्यू मैच में पुकोव्स्की को दो जीवनदान
पहली पारी में ओपनर विल पुकोव्स्की को विकेटकीपर ऋषभ पंत ने दो जीवनदान दिए। पारी के 22वें ओवर की आखिरी बॉल पर पहला कैच छोड़ा। तब पुकोव्स्की 26 रन पर खेल रहे थे। ओवर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का था। पंत ने दूसरा जीवनदान 25वें ओवर की आखिरी बॉल दिया। हालांकि, अंपायर ने आउट दिया था। इसके बाद पुकोव्स्की के DRS लेने के बाद उन्हें नॉटआउट करार दिया गया। इस समय वे 32 रन पर खेल रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत, वॉर्नर जल्दी पवेलियन लौटे
मेजबान टीम की पहली पारी में खराब शुरुआत हुई। चौथे ओवर में ही मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। डेविड वॉर्नर 5 रन बनाकर पवेलियन लौटे। चेतेश्वर पुजारा ने उनका कैच लिया। इसके बाद पुकोव्स्की ने लाबुशेन के साथ दूसरे विकेट के लिए 100 रन की पार्टनरशिप कर पारी को संभाला। आखिर में लाबुशेन ने स्मिथ के साथ तीसरे विकेट के लिए 60 रन की नाबाद पार्टनरशिप की।
सिडनी में चौथी बार फ्लॉप रहे वॉर्नर
वॉर्नर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में चौथी बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। इस मैदान पर उन्होंने पिछले 5 टेस्ट में 4 शतक और 2 फिफ्टी लगाई। वॉर्नर ने सिडनी में 9 टेस्ट की 14 पारियों में 737 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया ने 35 साल बाद एक सीरीज में 4 ओपनर आजमाए
ऑस्ट्रेलिया ने 35 साल बाद ओपनिंग में 4 बल्लेबाजों को आजमाया है। मौजूदा सीरीज के पहले और दूसरे टेस्ट में जो बर्न्स और मैथ्यू वेड ने ओपनिंग की थी। इस तीसरे टेस्ट में डेविड वॉर्नर और डेब्यू मैच खेल रहे विल पुकोव्स्की ने ओपनिंग की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1985-86 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक ही सीरीज में 4 ओपनर आजमाए थे। पर्थ टेस्ट में जहां एंड्रयू हिल्डिच और कैपलर वेसेल्स ने ओपनिंग की थी। जबकि सिडनी टेस्ट में रोबी केर और वेन फिलिप्स सलामी बल्लेबाज रहे थे।
क्लैरी पोलोसक पुरुष टेस्ट में पहली महिला मैच ऑफिशियल बनीं
ऑस्ट्रेलिया की क्लैरी पोलोसक ने इतिहास रच दिया है। वे पुरुष टेस्ट में मैच ऑफिशियल बनने वाली पहली महिला बन गई हैं। मौजूदा सिडनी टेस्ट में क्लैरी को फोर्थ अंपायर नियुक्त किया गया है। वे पुरुष वनडे में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला भी हैं। उन्होंने 2019 में ICC की डिविजन-2 लीग में नामिबिया और ओमान के बीच खेले गए वनडे में अंपायरिंग की थी।
नवदीप सैनी का डेब्यू
टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन एक दिन पहले ही घोषित कर दी गई। टीम में 2 बदलाव किए गए। मयंक अग्रवाल की जगह टीम में आए उप-कप्तान रोहित टीम शुभमन के साथ ओपनिंग करेंगे। वहीं, तेज गेंदबाज नवदीप सैनी टेस्ट में डेब्यू किया। उन्हें उमेश यादव की जगह शामिल किया गया। नवदीप टेस्ट में डेब्यू करने वाले 299वें भारतीय हैं। उन्हें जसप्रीत बुमराह ने डेब्यू कैप दी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और BCCI 5 खिलाड़ियों की जांच कर रहा
सभी प्लेयर 1 जनवरी को मेलबर्न के एक रेस्टोरेंट में डिनर के लिए गए थे। वहां ये आउटडोर की जगह इनडोर सिटिंग में बैठे थे। एक फैन ने इन सभी का बिल चुकाया था और वीडियो भी बनाया था। इसी के बाद खिलाड़ियों पर कोरोना प्रोटोकॉल और बायो बबल से जुड़े नियम तोड़ने का आरोप लगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और BCCI इनके खिलाफ जांच कर रहा है। पांचों खिलाड़ी आइसोलेट किए गए थे। सिडनी पहुंचने से पहले इनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पिंक कलर में मैच खेल रहीं दोनों टीमें
दोनों टीमें इस टेस्ट में पिंक कलर में नजर आ रही हैं। 2009 से सिडनी में खेला जाने वाला साल का पहला टेस्ट पिंक मैच कहलाता है। यह टेस्ट पिंक बॉल से नहीं, रेड बॉल से ही खेला जाता है। पिंक बॉल का इस्तेमाल सिर्फ डे-नाइट टेस्ट में होता है। हालांकि, पिंक टेस्ट में स्टंप से लेकर खिलाड़ियों के ग्लव्स, बैट ग्रिप, ब्रांड लोगो, होर्डिंग, कैप और दर्शकों का पहनावा सब कुछ पिंक-पिंक ही नजर आता है।
2019 का पिंक टेस्ट भी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ही खेला गया था, जो ड्रॉ रहा था। इसमें भारतीय कप्तान विराट कोहली पिंक ग्लव्ज और बैट पर पिंक ग्रिप चढ़ाकर मैदान में उतरे थे। पिछली बार टीम इंडिया ने सिडनी टेस्ट की पहली पारी 7 विकेट पर 622 रन बनाकर घोषित की थी।
क्यों कराया जाता है पिंक टेस्ट
दरअसल, पिंक टेस्ट का नाता ऑस्ट्रेलियाई लीजेंड ग्लेन मैक्ग्रा और उनकी पत्नी जेन से जुड़ा है। टेस्ट मैच के तीसरे दिन को ‘जेन मैक्ग्रा डे’ के नाम से जाना जाता है। जेन का 2008 में ब्रेस्ट कैंसर की वजह से निधन हुआ था। इसके बाद ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए सिडनी में पिंक टेस्ट कराया जाने लगा। यह ग्लेन मैक्ग्रा का होम ग्राउंड है।
मैच में होने वाला फायदा मैक्ग्रा फाउंडेशन को मिलता है
इस मैच से जो भी फायदा होता है, वह पूरा मैक्ग्रा फाउंडेशन को दान कर दिया जाता है। 2005 में ग्लैन और उनकी पत्नी जेन ने फाउंडेशन की स्थापना की थी, लेकिन इसके 3 साल बाद जेन का निधन हो गया। इस जागरूकता अभियान को सपोर्ट करने के लिए फैंस गुलाबी रंग के कपड़े पहनते हैं। मैक्ग्रा फाउंडेशन एक चैरिटी संस्था है, जो ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की सहायता करती है।
4 टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबरी पर
टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। सिडनी मैच के बाद दोनों टीम के बीच सीरीज का आखिरी टेस्ट ब्रिस्बेन में 15 जनवरी को खेला जाएगा। सीरीज का पहला मैच एडिलेड में डे-नाइट खेला गया था, जो ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीता था। इसके बाद मेलबर्न में खेला गया बॉक्सिंग-डे टेस्ट भारत ने 8 विकेट से अपने नाम किया था।