87 साल में पहली बार नहीं होगा रणजी ट्रॉफी:सैयद मुश्ताक अली के बाद विजय हजारे, महिला टूर्नामेंट और वीनू मांकड़ ट्रॉफी की तैयारी
कोरोना के बाद भारत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट कराने में सफल रहा है। बोर्ड अब विजय हजारे, महिला वनडे टूर्नामेंट और वीनू मांकड़ अंडर-19 ट्रॉफी भी कराएगा। बोर्ड सचिव जय शाह ने सभी राज्य संघों को लेटर लिखकर यह जानकारी दे दी है। 87 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब किसी साल रणजी ट्रॉफी नहीं कराया जा रहा।
हाल ही में सचिव ने सभी राज्य संघों को लेटर लिखकर विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में से कोई एक टूर्नामेंट कराने के लिए सुझाव मांगे थे। इसमें ज्यादातर राज्य विजय हजारे टूर्नामेंट के सपोर्ट में हैं, क्योंकि यह वनडे फॉर्मेट में होता है। जबकि रणजी टूर्नामेंट टेस्ट फॉर्मेट में होता है।
IPL नीलामी से पहले खिलाड़ियों को ज्यादा मौके मिलेंगे
सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खेले एक क्रिकेटर ने न्यूज एजेंसी से कहा कि IPL से पहले रणजी के बजाय विजय हजारे टूर्नामेंट कराना बेहतर होगा। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि IPL के 14वें सीजन की नीलामी से पहले हमें कुछ और मैच खेलने को मिल सकते हैं। इससे खिलाड़ियों खासकर युवाओं को एक या उससे ज्यादा IPL फ्रेंचाइजी को इंप्रेस करने का मौका मिलेगा।’’
आंध्र प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी कराने की बात कही
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणजी और विजय हजारे ट्रॉफी में से एक ऑप्शन चुनने के लिए BCCI सचिव जय शाह ने सभी राज्य संघ को फोन भी किया था। इसके तहत मुंबई और ओडिशा क्रिकेट संघ ने विजय हजारे को सपोर्ट किया। वहीं, आंध्र प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी कराने की बात कही थी।
31 जनवरी को सैयद मुश्ताक अली का फाइनल
कोरोना के बीच 10 जनवरी से सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट खेला जा रहा है। इसका फाइनल 31 जनवरी को तमिलनाडु और बड़ौदा के बीच खेला जाएगा। टूर्नामेंट बायो-सिक्योर माहौल में खेला गया। इसकी सफलता के बाद ही BCCI अब दूसरे घरेलू टूर्नामेंट के लिए आगे बढ़ रहा है।
इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी
देश में इंटरनेशनल क्रिकेट की भी वापसी हो रही है। भारत और इंग्लैंड के बीच 4 टेस्ट, 5 टी-20 और 3 वनडे की सीरीज खेली जाएगी। पहला मैच 5 फरवरी से चेन्नई टेस्ट होगा। तीनों सीरीज के सभी मैच चेन्नई, अहमदाबाद और पुणे में होगी।