6.65% पर पहुंचा होम लोन का ब्याज:ICICI बैंक, SBI और HDFC 6.70% ब्याज पर दे रहे होम लोन, मार्च के अंत तक यह फायदा मिलेगा
घर खरीदारों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में ICICI बैंक ने होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती की है। यह 6.8% से घटकर 6.7% हो गई है। बैंक के मुताबिक यह 10 साल में सबसे कम ब्याज दर है। इसके साथ ही देश के तीन बड़े कर्ज देने वाले बैंक और NBFC की होम लोन की ब्याज दरें अब 6.70 पर्सेंट पर आ गई हैं। यह फायदा 5 मार्च से 31 मार्च तक लिया जा सकता है।
75 लाख रुपए से ज्यादा पर लोन पर ग्राहकों को 6.75% का ब्याज देना होगा
बैंक के मुताबिक यह दर ग्राहक 75 लाख रुपए तक के लोन के लिए है। इससे ज्यादा के लोन के लिए ग्राहकों को 6.75% का ब्याज देना होगा। ICICI के अलावा अन्य बैंकों के ग्राहक भी होम लोन के लिए डिजिटल माध्यम से अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए बैंक की वेबसाइट और मोबाइल बैंकिंग ऐप iMobile Pay पर अप्लाई करना होगा।
HDFC, SBI और कोटक बैंक ने भी घटाए ब्याज दर
इससे पहले HDFC, SBI और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी होम लोन की ब्याज दरें घटाई थीं। SBI ने 70 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी, जिससे दर घटकर 6.7% हो गई। कोटक महिंद्रा बैंक ने भी सीमित समय के लिए ब्याज दर में 0.10% की कटौती की है, जो 6.65% हो गई है।
देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी HDFC ने भी ब्याज दर 6.8% से घटाकर 6.75% कर दी है। हालांकि, यह लिमिटेड टाइम के लिए नहीं है। पंजाब नेशनल बैंक हाउसिंग फाइनेंस भी 7.35% ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है।
स्टैंप ड्यूटी के चार्ज में कटौती
महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज में भारी कटौती की गई है। मुंबई में स्टैंप ड्यूटी अब 3% है, जो पहले 6% थी। ज्यादातर जो कटौती हैं वह 31 मार्च तक ही लागू रहेंगी। इसलिए ग्राहक घर खरीद रहे हैं। इसके साथ ही अन्य सुविधाएं भी मिल रही हैं। कुछ बैंकों और NBFC ने प्रोसेसिंग फीस को भी माफ कर दिया है।
घरों की कीमतें कम हुई हैं
चुनिंदा रिपोर्ट्स के मुताबिक घरों की मांग में इस साल भी तेजी रह सकती है। मुंबई, NCR और बेंगलुरु जैसे इलाकों में पिछले छह महीनों में घरों की ज्यादा बिक्री हुई है। ज्यादातर ग्राहक 50 लाख रुपए के बजट वाले घरों को तलाश रहे हैं। इस तरह से छोटे घरों की बिक्री ज्यादा हो रही है। इसके अलावा घरों की कीमतें घटने से भी बिक्री बढ़ी है। हालांकि, कमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग अभी भी कमजोर है।