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उत्तराखंड में कोरोना के साथ-साथ मौसम भी बरपा रहा है कहर, कई ज़िलों में बादल फटने, मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि की खबर आई सामने

उत्तराखंड : उत्तराखंड में बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि का दौर जारी है। रुद्रप्रयाग जिले के नकोट में बादल फटने की खबर है। बताया जा रहा है कि कई लोगों के आवासीय भवनों में पानी घुसा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली है।

वहीं, दूसरी ओर उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ के कुमराणा और बल्डोगी गांव में अतिवृष्टि होने से भारी नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि के उफान से ग्रामीणों के घरों की दीवार, आंगन, गोशाला बह गए हैं। पशु हानि की भी सूचना है।

एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। ग्रामीणों ने किसी तरह अपने घरों से दूर भागकर जान बचाई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले दो दिन कई इलाकों में बारिश और ओलावूष्टि की आशंका है, जबकि, मैदानी इलाकों में झोंकेदार हवा चल सकती है।

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सोमवार को मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि ने खूब कहर बरपाया। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले में कई जगह फसलों को नुकसान हुआ तो कहीं घरों और दुकानों में मलबा घुस गया।

उत्तरकाशी जिले के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। चिन्यालीसौड़ प्रखंड के कुमराड़ा गांव के ऊपरी हिस्से में अतिवृष्टि से बरसाती नाले में उफान आने से गांव में अफरा तफरी मच गई।

गाजणा क्षेत्र के कमद गांव में भी अतिवृष्टि से घर-दुकानों में पानी घुस गया। अतिवृष्टि से जिले में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रभावितों ने प्रशासन से क्षति का आकलन कर क्षतिपूर्ति की मांग की है।

मोरी के ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजपाल रावत ने बताया कि सोमवार को फिताड़ी एवं रेक्चा गांव के सामने खौका नामे तोक में आकाशीय बिजली गिरने से रणवीर सिंह, सिल्ली राम, प्रह्लाद सिंह की करीब 40 भेड़ बकरियां मर गई। उन्होंने जिला प्रशासन को इसकी सूचना देते हुए शीघ्र मौके पर राजस्व विभाग की टीम भेजकर क्षति का आकलन कर पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है

जौनुपर विकास खंड के ग्राम पंचायत बांडाचक के कंडाल गांव में अतिवृष्टि से खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। सोमवार शाम पांच बजे जौनपुर क्षेत्र में एकदम तेज बारिश हुई। झीड़खाले में बाढ़ आने से पानी और मलबा खेतों में जा घुसा। गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है।

थत्यूड़-बांडाचक सड़क पर खड़ी तीन बाइक मलबे में दब गई हैं। थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि मलबे में बाइक दबी है। उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्र के सुनील सजवाण ने शासन-प्रशासन से अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है।

भेंटी गांव के लोद तोक में आकाशीय बिजली गिरने से अब्बल सिंह फर्स्वाण की दो भैंस, दो बैल और एक गाय मलबे में दब गई। गोशाला भी पूरी तरह नष्ट हो गई है। पूर्ण सिंह की गोशाला को भी काफी नुकसान हुआ है। सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक मोहन सिंह बिष्ट और पशुपालन के कर्मचारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया और नुकसान का जायजा लिया।

रुद्रप्रयाग में अगस्त्यमुनि ब्लॉक के खांकरा, फतेहपुर और जखोली ब्लॉक के कोटली में अतिवृष्टि से कई गांवों में व्यापक नुकसान हुआ। कई आवासीय घरों व गौशालाओं में मलबा घुस गया है। साथ ही कई मकानों को क्षति भी पहुंची हैं। सड़कें व पैदल मार्ग भी जगह-जगह बाधित हो गए हैं।

उधर, जखोली ब्लॉक के कोटली में भी अतिवृष्टि से खेतीबाड़ी को नुकसान की सूचना है। गांव के पैदल रास्ते भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गैरसारी में भी कई घरों में मलबा घुसा है। पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र ममगाईं, प्रदीप मलासी, चंद्रमोहन, मोहित डिमरी आदि ने प्रशासन से क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों को त्वरित मदद देने की मांग की है।

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