कोरोना से बढ़ रहा है बच्चों को खतरा , तीरथ सरकार की अब ये बड़ी तैयारी
राज्य में तेजी से बढे कोविड संक्रमण के केस व अब बच्चो में तेजी से पांव पसार रहे कोविड संक्रमण के मामलों को देखते हुये सरकार अब बच्चों के लिये अलग से अस्पताल बनवाने जा रही है। शासकीय प्रवक्ता व मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सरकार इस मामले पर गंभीर है। एक्सपर्टस से राय लेकर इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरकार किसी भी कीमत पर कोई रिस्क किसी के जीवन पर लेना नही चाहती है।उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बीच अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और चंपावत जिले में फैब्रिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। चारों जिलों के डीएम से प्रस्ताव मांगा गया है। इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। कुमाऊं के मरीजों का सर्वाधिक भार सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) पर है। यहां बच्चों का 60 बेड का वार्ड है और 20 के करीब एसएनसीयू है। महिला अस्पताल हल्द्वानी में 12 बेड का पीआईसीयू है। डीआरडीओ की ओर से पांच सौ बेड का फैब्रिकेटेड अस्पताल बन रहा है।इसमें 75 ऑक्सीजन और 50 आईसीयू बेड बच्चों के लिए होंगे। निजी अस्पतालों में केएचआरसी में आठ बेड का एनआईसीयू है, जबकि सेंट्रल हॉस्पिटल में पांच बेड का पीआईसीयू और पांच बेड का एनआईसीयू है। बच्चों के लिए दो वेंटीलेटर हैं। हालांकि, निजी अस्पताल के पीआईसीयू या एनआईसीयू अभी कोविड के लिए प्रयोग नहीं हो रहे हैं।