ताउते तूफान: P-305 बार्ज पर मौजूद 61 लोगों की मौत, परिजनों के DNA से शवों की हो रही पहचान
मुंबई: चक्रवात ‘ताउते’ की चपेट में आने के छह दिन बाद भी बार्ज पी305 के कई कर्मी अब भी लापता हैं जिनका पता लगाने के लिए नौसेना ने विशेष गोताखोर टीमों को तैनात कर दिया है. सोमवार को अरब सागर में बार्ज पी305 के डूबने से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 61 तक पहुंच गई.
मुंबई पुलिस ने कहा, ‘अबतक 61 शव बरामद कर लिए हैं. जेजे अस्पताल से पोस्टमार्टम और अन्य औपचारिकताओं के बाद मृतक के परिजनों को 26 शव सौंपे दिए हैं. कई शव ऐसे हैं जो काफी सड़ चुके हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है. पुलिस शवों से मिलान करने के लिए परिजनों के डीएनए सैंपलिंग की व्यवस्था कर रही है.”
पी 305 बार्ज पर सवार 261 कर्मियों में से अब तक 186 को बचाया जा चुका है. वाराप्रदा में सवार 13 लोगों में से दो को बचा लिया गया है. मुंबई पुलिस ने कहा है कि वह इस बात की जांच करेगी कि चक्रवात ‘ताउते’ की चेतावनी के बावजूद बजरा अशांत क्षेत्र में क्यों रुका रहा. पुलिस ने बार्ज पर सवार कर्मियों की मौत के मामले में भी दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज किया है.
बार्ज के कैप्टन का पता नहीं
बार्ज पी-305 मामले में मुंबई के येलो गेट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज किया गया है. बार्ज के इंजीनियर मुस्तफिजूर रहमान शेख की शिकायत पर बार्ज के कप्तान राकेश बल्लव और अन्य पर धारा 304(2), 338 के तहत एफआईआर दर्ज की गई. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी राकेश बल्लव ने बार्ज कर्मचारियों की जान खतरे में डाली. राकेश की तलाश जारी है.
क्या जिम्मेदारी सिर्फ जहाज के कप्तान की थी. तूफान से पहले AFCONS ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा क्यों सुनिश्चित नहीं की. एबीपी न्यूज़ AFCONS के दफ्तर पहुंचा. दफ्तर में गाड़ियों की आवाजाही लगातार जारी है. AFCONS के सिक्युरिटी ने बताया कि दफ्तर बंद हो गया है. कोई भी व्यक्ति नहीं है.