नीलकंठ चिकित्सालय पर लटकी ब्लैक लिस्ट होने की तलवार, स्टेट हेल्थ एजेंसी ने गोल्डन कार्ड धारक से 3.75 लाख वसूलने पर भेजा नोटिस
हल्द्वानी। यहां के कोविड डेडिकेटेड निजी अस्पताल पर ब्लैक लिस्ट होने की तलवार लटक गई है यहां के नीलकंठ चिकित्सालय को स्टेट हेल्थ एजेंसी ने नोटिस जारी करके एक कोराना पीड़ित से वसूले गए 3.75 लाख रूपये लौटाने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा चिकित्सालय को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। जवाब से अधिकारी यदि संतुष्ट नहीं होते हैं तो नीकंठ चिकित्सालय को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।
हिंदुस्तान लाइव.काम की खबर के अनुसार स्स्टेट हेल्थ एजेंसी ने कोरोना मरीज से इलाज के नाम पर 3.75 लाख रुपये वसूले जाने का आरोप सत्य पाया गया है। अब एजेंसी ने अस्पताल को नोटिस भेज ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी दी है। स्टेट हेल्थ एजेंसी से लीलाधर नैनवाल नाम के व्यक्ति ने नीलकंठ अस्पताल की शिकायत की थी। एजेंसी ने शिकायत को जांच में सही पाने के बाद अस्पताल को इलाज के नाम पर ली गई रकम लौटाने के निर्देश दिए। लेकिन अस्पताल ने रकम नहीं लौटाई।
इसके बाद एजेंसी ने अस्पताल पर 3.75 लाख की पेनाल्टी लगाई है। आरोप है कि गोल्डन कार्ड के बावजूद चिकित्सालय ने उससे रूपये वसूले। वहीं, नीलकंठ अस्पताल के प्रबंधक मनीष जोशी ने कहा कि हमारा अस्पताल सिर्फ बाल रोग विभाग के मरीजों के लिए आयुष्मान योजना में पंजीकृत है, अन्य किसी के लिए नहीं। स्टेट हेल्थ एजेंसी के चेयरमैन डीके कोटिया कहते हैं कि अस्पताल को नोटिस देकर सात दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। सरकार से अस्पताल का ऑडिट करने की सिफारिश की गई है।