थाना गांव में फैक्ट्री मालिक गेट पर ताला मारकर रातों-रात फरार, 60 से ज्यादा मजदूर बेरोजगार
बद्दी। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में आए दिन फैक्ट्री मालिक मजदूरों का शोषण कर रहे हैं और शोषण भी इस कदर कर रहे हैं कि रातों-रात फैक्ट्रियों को ताला लगाकर भाग रहे हैं। ताजा मामला बद्दी के थाना गांव का है जहां पर एक निजी फैक्ट्री द्वारा रातों-रात कंपनी का गेट बंद कर दिया गया और फैक्ट्री मालिक रातों-रात फैक्ट्री को बंद करने के बाद फरार हो गया और मजदूरों के लिए कंपनी के गेट पर एक नोटिस लगा दिया गया। जिसके तहत जो मजदूरों को बेनिफिट मिलने थे वह भी मजदूरों को नहीं दिए गए इसी के चलते जब मजबर हर रोज की तरह काम करने के लिए फैक्टरी के गेट पर आए तो देखा नोटिस लगा हुआ था। कंपनी द्वारा गेट पर ताला लगाकर मालिक एवं अन्य लोग फरार थे। कंपनी पर ताला लगा देख मजदूरों के पैरों तले जमीन निकल गई और उसके बाद दर्जनों की संख्या में मजदूर फैक्ट्री के गेट पर एकत्रित होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ अपना रोष प्रदर्शन करने लगे।
इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए मजदूरों का कहना है कि वह 12-12 सालों से इस कंपनी में काम कर रहे हैं और अब कंपनी द्वारा रातों-रात ताला लगाकर मालिक तो फरार हो गया लेकिन दर्जनों मजदूर इस फैक्ट्री में काम करने वाले अब बेरोजगार हो चुके हैं। मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्री में डस्ट इतनी ज्यादा थी कि उसके कारण काफी लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं। मजदूरों का कहना है कि जो उन्हें बेनिफिट मिलने चाहिए थे वह भी उन्हें नहीं दिए गए उल्टा कर्फ्यू के दौरान भी उन्हें पूरी सैलरी देने का वादा किया गया था। जो कि पूरा नहीं किया गया मजदूरों का कहना है कि ना तो उन्हें वेतन दिया गया है और जो उन्हें बेनिफिट फैक्ट्री बंद होने के बाद मिलने थे वह भी उन्हें नहीं दिए गए हैं जिसको लेकर वह कंपनी के गेट पर बैठे हैं और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना रोष जता रहे है। मजदूरों ने सरकार व प्रशासन से जहां कंपनी के मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है वहीं उन्होंने अपनी मांगों को लेकर भी गुहार लगाई है कि उनकी सभी मांगे पूरी होनी चाहिए और उन्हें या तो कंपनी में वापस रखा जाए या उनका फुल एंड फाइनल हिसाब किया जाए।
फैक्ट्री को रातों-रात ताला लगा कर भागने वाली यह कोई पहली कंपनी या कंपनी का मालिक नहीं है इससे पहले भी दर्जनों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं सूत्रों की माने तो फैक्ट्री मालिकों द्वारा हिमाचल प्रदेश में टैक्स फ्री का फायदा उठाकर उसके बाद फैक्ट्रियों के मालिक या तो कंपनियों में घाटा दिखा कर फरार हो रहे हैं या फिर इसी तरह रातों-रात फैक्ट्री को ताला लगाकर रफूचक्कर हो रहे हैं यहां जरूरत है ऐसे फ्रॉड फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की। अब देखना यही होगा हिमाचल सरकार एवं लेबर विभाग ऐसे फ्रॉड फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं और कब सालों से फैक्ट्री के लिए काम करने वाले मजदूरों की उनकी मेहनत का फल मिल पाता है।