बद्दी में केवल नाम का ही है महिला पुलिस थाना, प्रभारी, आईओ और मुंशी भी पुरूष
बद्दी। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में महिलाओं पर बढ़ते हुए अपराधों को रोकने को लेकर सरकार द्वारा बद्दी में महिला पुलिस थाना तो खोल दिया गया है, लेकिन महिला पुलिस थाना में न तो थाना प्रभारी महिला है और ना ही कोई महिला आईओ। यहां तक कि पुलिस महिला थाना में मुंशी तक पुरुष कर्मी लगाया गया हैं।
इसी को लेकर बद्दी में महिलाओं के लिए काम कर रही एक सामाजिक संस्था ने महिला थाने पर ही प्रश्न चिह्न लगा दिए हैं। महिला पुलिस थाने पर सवाल उठाते कहा गया है कि सरकार द्वारा महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को रोकने को लेकर बद्दी में महिला पुलिस थाना तो खोल दिया गया है, लेकिन महिला पुलिस थाना में जो सहूलियतें होनी चाहिए वह नहीं है। महिला पुलिस थाने में थाना प्रभारी भी पुरुष लगाया गया है और जितने भी आईओ तैनात किए गए हैं वे भी पुरूष ही हैं। यहां तक महिला पुलिस थाने में मुंशी तक पुरुष हैं। कोई भी महिला अगर शिकायत दर्ज करवाने के लिए आए तो उसे शिकायत लिखवाने में पुरुषों के पास जाना पड़ रहा है। जिसके चलते महिलाओं को अपने साथ हुए अत्याचारों को पुरुषों के सामने बयान करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सामाजिक संस्था द्वारा सरकार व पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि महिला पुलिस थाने के नाम पर बद्दी में दिखावे क्यों किया जा रहे हैं। अगर प्रशासन के पास पर्याप्त महिला अधिकारी एवं कर्मचारी ही नहीं है तो बद्दी में महिला पुलिस थाना क्यों खोला गया है। क्यों महिला पुलिस थाने के नाम पर दिखावे किए जा रहे हैं। अगर महिला पुलिस थाना में पुरुषों की ही ड्यूटी लगानी है तो महिला पुलिस थाना क्यों खोला गया है। सामाजिक संस्था द्वारा सीएम जयराम ठाकुर एवं डीजीपी हिमाचल प्रदेश से बद्दी महिला पुलिस थाना में महिला अधिकारियों एवं कर्मियों की ड्यूटी की जल्द तैनाती करने को लेकर मांग उठाई गई है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर सरकार व और पुलिस विभाग बद्दी महिला पुलिस थाना में महिलाओं की ड्यूटी नहीं लगा सकती तो इस महिला पुलिस थाने को बंद कर दे और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को रोकने के लिए बनाए गए इस महिला थाने के नाम पर दिखावे न करे। अब देखना होगा कि कब महिला पुलिस थाना में महिला अधिकारियों एवं कर्मियो की तैनाती सरकार व पुलिस विभाग द्वारा करवाई जाती है और कब शिकायत दर्ज करवाने आ रही महिलाओं को दिक्कतों से निजात मिलती है। इस बारे में जब हमने एसपी बद्दी रोहित मालपानी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद फोन करके वह बात करेंगे, लेकिन काफी समय देखने के बाद न तो एसपी का फोन आया और ना ही उनसे इस मसले पर बात हो पाई।