ग्वालियर। ग्वालियर की पेयजल आपूर्ति के लिए तिघरा बांध में पेहसारी बांध से छोड़ा गए पानी का 20 प्रतिशत भी नहीं पहुंच सका है। इसका कारण है पेहसारी बांध से लेकर तिघरा बांध के बीच रास्ते में हो रहा लाइन लॉस। पेहसारी बांध से तिघरा के लिए 31 मई से लेकर 6 जुलाई तक 117.15 एमसीएफटी पानी छोड़ा गया है,जबकि तिघरा बांध मंे अभी तक 25 एमसीएफटी के करीब ही पानी पहुंच सका है। इसके चलते तिघरा का जलस्तर लगातार कम हो रहा है।
तिघरा बांध में वर्तमान समय में 720 फीट पानी का स्तर है, जबकि इसके अंदर वर्तमान समय में 1215 एमसीएफटी के करीब ही पानी बचा है। शहर केा लगातार पानी की सप्लाई तिघरा बांध से होती रहे इसके लिए जल संसाधन विभाग ने पेहसारी और ककैटो बांध में लगभग 800 एमसीएफटी पानी रिजर्व कर रखा था। इस पानी को पहले ककैटो से पेहसारी बांध में लाया गया, इसके बाद 31 मई से इस पानी को तिघरा बांध के लिए छोड़ा गया। करीब दो से तीन दिन में यह पानी तिघरा बांध में पहुंचना प्रारंभ हुआ। लेकिन बांध में पहुंचने की स्पीड़ काफी कम है। हालात यह है कि तिघरा बांध से वर्तमान समय में करीब 9 से 10 एमसीएफटी पानी शहर में पेयजल के लिए सप्लाई किया जा रहा है, जबकि तिघरा बांध में मात्र 5 एमसीएफटी पानी ही सांक नदी के रास्ते पहुंच पा रहा है। इसके चलते लगतार तिघरा का जलस्तर कम हो रहा है। 3 जून को तिघरा बांध का जलस्तर 720.60 फीट था जो कि 6 जून को घटकर 720 के करीब रह गया है।
रास्ते में हो रहा है लाइन लॉस
पेहसारी बांध से करीब 5 किलोमीटर तक नहर के रास्ते पानी छोड़ा जाता है, इसके बाद यह पानी सीधे सांक नदी में पहुंच जाता है। सांक नदी में करीब 6 बड़े-बड़े स्टॉप डैम बने हुए हैं, इसके चलते पानी पहले इन डैमों में भर रहा है, हालांकि जल संसाधन विभाग ने स्टॉप डैम में कुछ स्थानों पर कट भी लगाए हैं जिससे पानी अधिक से अधिक तिघ्ारा तक पहुंच सके। लेकिन नदी के रास्ते में कई जगह गढड़े हैं जिनमें पानी भर रहा है, साथ ही तापमान भी 40 से अधिक है जिसके कारण पानी का वाष्पीकरण भी हो रहा है। वहीं गर्मी के मौसम में जमीन भी तेजी से पानी को सोखती है। इसके चलते लगातार पानी का ज्यादा लॉस हो रहा है।
तिघरा बांध के अंदर प्रतिदिन 5 एमसीएफटी के करीब पानी पहुंच रहा है, जबकि यहां से प्रतिदिन 9 से 10 एमसीएफटी की खपत है। इसलिए लगातार तिघरा का जलस्तर गिर रहा है।
यादवेंद्र शर्मा
एसडीओ तिघरा जल संसाधन विभाग
तिघरा बांध के लिए पेहसारी से 117.15 एमसीएफटी पानी छोड़ा गया है, लगातार रास्ते में निगरानी भी की जा रही है। लेकिन गर्मी का मौसम होने के कारण लॉस हो रहा है।