छोटी-सी डिवाइस से पांच मिनट में हो जाएगी सिकल सेल एनीमिया की जांच
भोपाल। व्यक्ति के शरीर में खून नहीं बनने की बीमारी सिकल सेल एनीमिया की जांच अब सिर्फ पांच मिनट के भीतर हो जाएगी। अभी इस बीमारी की जांच एचपीएलसी से मशीन से तीन दिन में हो पा रही है। इतना ही नहीं, जांच का खर्च भी कम हो जाएगा। अभी यह जांच कराने के करीब 700 रुपये लगते हैं, जबकि नई डिवाइस से जांच 100 रुपये से कम खर्च में हो जाएगी। भोपाल के शासकीय होम्योपैथी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. निशांत नाम्बीशन और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आइआइएस) बेंगलुरू के विज्ञानियों ने मिलकर यह तकनीक विकसित की है। इसके बारे में चर्चा करते हुए डॉ. नाम्बीशन ने बताया कि नई डिवाइस काफी छोटी है। इसे जेब में रखकर कहीं भी ले जाया जा सकता है। इससे जांच करने के लिए सिर्फ एक बूंद खून की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि खून को टेस्ट ट्यूब में एक केमिकल के जरिए डायल्यूट करते हैं। इस डिवाइस से स्पेक्ट्रम बनता है। सिकल सेल एनीमिया में 450 नैनोमीटर से कम का स्पेक्ट्रम बनता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 20 लाख की ट्राइबल आबादी इस बीमारी से पीड़ित है। इसका बड़ा फायदा यह होगा कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में इस डिवाइस की मदद से आसानी जांच हो सकेगी।