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सचिन को प्रियंका ने बुलाया है:पायलट ने पिता की पुण्यति​थि पर नहीं किया शक्ति प्रदर्शन; विधायक हेमाराम मिलने पहुंचे, थोड़ी देर बाद दिल्ली जाएंगे पूर्व डिप्टी CM

राजस्थान में सचिन पायलट और उनकी खेमे की नाराजगी को लेकर एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। सचिन पायलट पिछले साल उनसे किए वादे 10 माह बीत जाने के बावजूद भी पूरे नहीं होने पर नाराजगी जता चुके हैं। पायलट कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के संपर्क में हैं, बताया जाता है कि कल देर रात उनकी फोन पर प्रियंका गांधी से बात हुई है। बातचीत का ब्योरा तो नहीं सामने आया, लेकिन समझा जाता है कि पायलट ने अपनी बात उनके सामने रखी है।

सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की आज पुण्यतिथि है। सचिन पायलट ने अलसुबह दौसा जिले के भंडाना गांव में राजेश पायलट के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पायलट के साथ दौसा से विधायक मुरारीलाल मीणा और बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा थे। पायलट ने हर साल होने वाला बड़ा कार्यक्रम कोविड के चलते टाल दिया। माना जा रहा था कि राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर समर्थक विधायकों को जुटाकर पायलट शक्ति प्रदर्शन करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया। सियासी हलकों में इसे लेकर भी चर्चा है।

हेमाराम चौधरी की पायलट से मुलाकात
अपने क्षेत्र के विकास में भेदभाव सहित कई मुद्दों पर नाराज होकर इस्तीफा देने वाले हेमाराम चौधरी ने सचिन पायलट से मुलाकात की। हेमाराम ने पायलट के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। हेमाराम ने कहा, मैं इस्तीफा दे चुका हूं। अध्यक्ष जब बुलाएंगे, मैं उनके सामने पेश ​हो जाऊंगा। इस्तीफे पर फैसला अध्यक्ष को करना है। विधायक हेमाराम चौधरी पायलट के समर्थक हैं, बाड़ेबंदी में उनके साथ थे।

पायलट आज दिल्ली जाएंगे
सियासी हलचल और चर्चाओं के बीच सचिन पायलट आज दिल्ली जाएंगे। पायलट दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से मिल सकते हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पायलट प्रियंका गांधी से कब मिलते हैं, क्योंकि पिछली बार बगावत के बाद वापसी में उन्हीं की ज्यादा भूमिका थी। पायलट राजस्थान प्रभारी अजय माकन और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात कर सकते हैं, क्योंकि ये दोनों ही नेता पिछले साल बनाई गई सुलह कमेटी में है। इस कमेटी की रिपोर्ट का अब तक इंतजार है। पायलट की नाराजगी की वजह भी यही है।

सचिन ने नाराजगी के बावजूद कांग्रेस में रहकर संघर्ष करने के संकेत दिए
सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार से नाराजगी जाहिर की है, लेकिन साथ ही यह भी साफ संकेत दिए हैं कि ​वे कांग्रेस में रहकर ही संघर्ष करेंगे। पायलट की मुख्य लड़ाई अशोक गहलोत से हैं, राजनीतिक जानकारों के मुताबिक पायलट और गहलोत का यह सत्ता संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में पायलट
सचिन पायलट कुछ ही देर में महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। पायलट ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने की पैरवी की है। पायलट कांग्रेस के सभी कार्यक्रमों में लगातार हिस्सा ले रहे हैं, इसके पीछे लगातार सक्रिय रहने की रणनीति है। पार्टी में अपने समर्थकों पर पकड़ बरकरार रखने की रणनीति के तहत पायलट कांग्रेस के हर कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं।

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