नैनीताल की खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हिमालयी ऑर्किड, खुशबू बिखेरते कर रहे पर्यटकों का इंतजार
नैनीताल। नैनीताल-कालाढूंगी रोड में स्थित नारायण नगर में बॉटनिकल गार्डन में खिला ऑर्किड खुशबू बिखेर रहा है। करीब 50 से अधिक प्रकार के ऑर्किड की प्रजातियों में खिले फूल गार्डन को महका रहे हैं। बॉटनिकल गार्डन में खिले ऑर्किड पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाते थे। नैनीताल वैसे ही बहुत ही खूबसूरत जगह है। उसमें भी यह शानदार फूल उसकी खूबसूरती को दोगुना कर रहे हैं। बारिश में खिले फूल मानों नहाकर पर्यटकाें का इंतजार कर रहे हों।
समुद्र तल से 1100 मीटर ऊंचाई तक पाया जाने वाला आर्किड दक्षिण एशिया के देशों का स्थानीय पौधा है।
इसका सामान्य नाम मल्टी फ्लावर एरिडिज है। यह मई से जुलाई तक खिलता है। पत्तियां व टवुबर इसका उपयोगी भाग है। बॉटनिकल गार्डन के प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी अजय रावत के अनुसार इसका उपयोग घावों के उपचार व टॉनिक बनाने में किया जाता है। हड्डियों को जोड़ने में भी इसका उपयोग किया जाता है।
यांदा क्रिस्टेटा ऑर्किड
आर्किड की यह प्रजाति हिमालय के साथ ही भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, चीन में पाई जाती हैं। यह समुद्र तल में 600 से 2300 मीटर ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है और मई जून में इसका पुष्पन होता है। जड़ और पत्तियां इसके उपयोगी भाग हैं। यह घाव के साथ हड्डियों को जोड़ने तथा पेस्ट बनाने में काम में लाया जाता है। इसके अलावा डेंड्रोबियम एफिलियम बांग्लादेश, दक्षिणी चीन व पूर्वी हिमालय में पाया जाता है। इसका सामान्य नाम इंडेन ऑर्किड है। यह अप्रैल मई में खिलता है।
समुद्र तल में एक हजार से 1600 मीटर ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है। इसका उपयोग टॉनिक बनाने व सूजन रोधी के रूप में किया जाता है। वन क्षेत्राधिकारी रावत के अनुसार ऑर्किड एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं। इनका ओषधीय उपयोग तथा इसे सजावट के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है। रावत के अनुसार ऑर्किड की प्रजातियां चीन, अलावा हिमालय, असम, नेपाल, भूटान, सिक्किम, थाईलैंड के जंगलों में पाई जाती हैं।