यूरो कप में आज तीन मुकाबले:वेल्स के सामने 5 साल पुरानी परफॉर्मेंस को दोहराने की चुनौती, डेनमार्क और बेल्जियम भी शुरू करेंगे अभियान
यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे दिन तीन मुकाबले खेले जाएंगे। ग्रुप ए के मुकाबले में वेल्स का सामना स्विट्जरलैंड से होगा। वहीं, ग्रुप बी में डेनमार्क की टक्कर फिनलैंड से और बेल्जियम की भिड़ंत रूस से होगी। डेनमार्क की टीम 1992 की यूरो चैंपियन है। वहीं, रूस ने अकेले दम पर तो कोई खिताब नहीं जीता है। हां, 1960 में सोवियत यूनियन जरूर चैंपियन बना था। वेल्स ने 2016 यूरो कप में चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। चलिए मौजूदा फॉर्म और स्टैट्स के विश्लेषण के जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि शनिवार को होने वाले मुकाबलों में किस टीम का पलड़ा भारी रह सकता है।
पहला मुकाबलाः वेल्स से पिछली पांच भिड़ंत में से 4 में स्विस टीम जीती
वेल्स के लिए पांच साल पहले के प्रदर्शन को दोहराना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। टीम अपने नियमित कोच रियान गिग्स के बिना उतरेगी। गिग्स कोर्ट ट्रायल के कारण टीम के साथ नहीं हैं। उनकी जगह रॉब पेज टीम को देख रहे हैं। पिछले यूरो के 8 खिलाड़ी ही अब वेल्स की टीम में मौजूद हैं। इनमें भी गारेथ बेल, एरोन रामसी और जो एलन पहले जैसे खिलाड़ी नहीं रहे हैं।
वेल्स बड़े टूर्नामेंट के लिए जल्दी क्वालिफाई नहीं करती है, लेकिन जब करती है तो अपनी छाप जरूर छोड़ती है। टीम इससे पहले दो मेजर टूर्नामेंट में खेल चुकी है और दोनों में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा है। 1958 फीफा वर्ल्ड कप में वेल्स की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची तो 2016 यूरो कप में अंतिम चार में प्रवेश किया।
कभी क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच सकी है स्विस टीम
स्विट्जरलैंड का रिकॉर्ड यूरो कप में खास नहीं रहा है। टीम तीन बार टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई। हालांकि 2016 में स्विट्जरलैंड ने अंतिम 16 तक का सफर तय किया था। मैनेजर व्लादिमीर पेटकोविच की अगुआई में टीम ने हाल-फिलहाल अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम ने लगातार छह मैचों में जीत हासिल की है और स्पेन जैसी दिग्गज टीम को ड्रॉ पर भी रोका है।
मैच फैक्ट्स
- स्विट्जरलैंड की टीम 3-4-1-2 के फॉर्मेशन के साथ उतर सकती है। वहीं वेल्स की टीम 3-4-3 का फॉर्मेशन अपना सकती है।
- किसी मेजर टूर्नामेंट में वेल्स और स्विट्जरलैंड की टीमें पहली बार आमने-सामने होंगी
- वेल्स ने यूरो 2020 क्वालिफाइंग राउंड में प्रति मैच 1.25 गोल किए हैं। 24 टीमों में मेसिडोनिया के साथ संयुक्त रूप से सबसे कम।
- जरदान शकीरी ने 2014 से मेजर टूर्नामेंट (वर्ल्ड कप और यूरो कप) में स्विट्जरलैंड के 47% गोल या तो खुद किए या इसमें असिस्ट किया।
- वेल्स की टीम 2016 में सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टूर्नामेंट की पहली डेब्यूटेंट टीम बनी थी।
दूसरा मुकाबलाः फिनलैंड को 38 बार हरा चुका है डेनमार्क
डेनमार्क की गिनती उन टीमों में होती है जो यूरो कप में बड़ा उलटफेर करने में सक्षम है। फिनलैंड के खिलाफ डेनमार्क का पलड़ा हमेशा भारी रहा है। हालांकि 2011 के बाद से दोनों के बीच कोई मुकाबला नहीं हुआ है। 2020 में कास्पर हुलमंड को मैनेजर बनाए जाने के बाद डेनमार्क के प्रदर्शन में और भी सुधार देखने को मिला है। पिछले साल नेशंस लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद टीम ने इस साल फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर में अपने तीनों मैच जीते। टीम ने यूरो कप वार्मअप मुकाबले में जर्मनी के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला है और बोस्निया हर्जेगोविना को हराया है।
मैच फैक्ट्स
- इस मैच में डेनमार्क की टीम 4-3-3 और फिनलैंड की टीम 3-5-2 के फॉर्मेशन के साथ उतर सकती है।
- किसी मेजर टूर्नामेंट में डेनमार्क और फिनलैंड की टीम पहली बार आमने-सामने होने जा रही है।
- फिनलैंड की टीम पहली बार किसी मेजर टूर्नामेंट में खेल रही है। वहीं, डेनमार्क की टीम नौवीं बार यूरो कप खेलने उतरेगी। डेनमार्क 2012 के बाद पहली बार यह टूर्नामेंट खेलेगी।
- डेनमार्क की टीम मेजर टूर्नामेंट में अपने पिछले 22 मैचों में से किसी में भी 2 से ज्यादा गोल नहीं कर सकी है।
तीसरा मुकाबलाः सोवियत संघ के विघटन के बाद बेल्जियम से कभी नहीं जीत सका रूस
दिन का तीसरा मुकाबला खिताब की प्रबल दावेदार बेल्जियम और रूस के बीच होगा। 1992 में सोवियत संघ के विघटन के बाद से रूस की टीम कभी भी बेल्जियम को नहीं हरा पाई है। हालांकि इस मुकाबले में रूस को होम एडवांटेज मिल सकता है। बेल्जियम का टूर्नामेंट में बेस्ट परफॉर्मेंस 1980 में आया। तब टीम फाइनल तक पहुंची थी और जर्मनी से हारी थी। वहीं, सोवियत संघ के खत्म होने के बाद रूस का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2008 में रहा था। तब टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी और अंतिम चार के मुकाबले में स्पेन से हारी थी। स्पेन ने खिताब जीता था।
केविन डि ब्रुइने, एडेन हजार्ड और रोमेलू लुकाकू की मौजूदगी में बेल्जियम की टीम टूर्नामेंट की सबसे आक्रामक टीमों में से एक मानी जा रही है। ब्रुइने चोटिल हैं और अभी तय नहीं है कि वे इस मैच में खेलेंगे या नहीं।
मैच फैक्ट्स
- बेल्जियम की टीम 3-4-3 के फॉर्मेशन के साथ उतर सकती है। वहीं, रूस की टीम 5-3-1-1 का फॉर्मेशन अपना सकती है।
- बेल्जियम की टीम यूरो 2020 के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली टीम बनी थी और सभी 10 क्वालिफाइंग मैचों में जीत हासिल की थी।
- रूस ने 10 में से 8 क्वालिफाइंग मैचों में जीत हासिल की थी। दो हार उसे बेल्जियम के खिलाफ ही मिली थी।
- यूरो कप में बेल्जियम के पिछले 12 मुकाबलों में से एक ड्रॉ पर समाप्त हुआ है। 5 में बेल्जियम को जीत मिली और 6 में उसे हार का सामना करना पड़ा।