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जनाब..यह अंग्रेजों के जमाने के पेड़ हैं:111 साल पुराने 960 नीम के पेड़, 38 लाख रुपए के बराबर की दे रहे हैं ऑक्सीजन, यहां गर्मी भी बेअसर

मारवाड़-गोड़वाड़ क्षेत्र के सुमेरपुर से जवाई बांध जाने वाले करीब 8 किलोमीटर वाले रास्ते के दोनों तरफ आज भी अंग्रेजों के जमाने के पेड़ लाखों रुपए की ऑक्सीजन दे रहे हैं। 1960 में करीब 111 साल पहले कस्बे से जवाई बांध तक 960 नीम के पौधे लगाएं गए थे जो अब पेड़ बन गए हैं। यह पूरा रास्ता नीम के पेड़ से गुफा की तरह ढका हुआ हैं। खास बात यह है कि यहां गर्मी भी बेअसर हैं। यह पेड़ रोजाना 1 लाख 92 हजार लीटर जीवनदायनी ऑक्सीजन छोड़ते हैं। जिसकी बाजार कीमत करीब 38 लाख रुपए के बराबर हैं।

यहां गर्मी भी बेअसर, 4 से 5 डिग्री तापमान भी कम
जवाई बांध रेलवे स्टेशन से सुमेरपुर रोड तक के मार्ग के दोनों तरफ हरे भरे नीम के पेड़ लगे हुए हैं। जो तेज गर्मी से राहत देते हैं। एक लीटर ऑक्सीजन की कीमत 20 रुपए प्रति लीटर भी माने तो हमें प्रतिदिन ये पेड़ 38 लाख 40 हजार रुपए के बराबर की ऑक्सीजन दे रहे हैं, जो किसी जीवनदायानी से कम नहीं है। काजरी पाली के वैज्ञानिक एम.बी. नूर मोहम्मद के अनुसार एक व्यस्क नीम का पेड़ रोजाना करीब 230 लीटर ऑक्सीजन देता हैं। इस मार्ग पर 960 पेड़ लगे हैं। प्रतिदिन एक पेड़ 200 लीटर ऑक्सीजन भी देता औसतन रोजाना 1 लाख 92 हजार लीटर ऑक्सीजन प्रतिदिन देते हैं। यहां गर्मी भी बेअसर है और सामान्यत: 4 से 5 डिग्री तापमान कम रहता हैं।

 

                        जयेंद्र सिंह गलथनी।
जयेंद्र सिंह गलथनी।

1910 में अंग्रेजों की हुकुमत में लगे थे नीम के पौधें

किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी ने बताया कि वर्ष 1910 में यहां अंग्रेजों ने इस मार्ग पर नीम के पौधे लगाए थे। उस समय अंग्रेजों की फौजें शिवगंज के छावणी क्षेत्र में पड़ी रहती थी। यहां से युद्ध में जाने के लिए पैदल जवाई बांध रेलवे स्टेशन तक जाती थी, उसके बाद ट्रेन से आगे का सफर तय करते थे। उस समय रोड के किनारे पौधें नहीं थे। लेकिन अंग्रेजों ने अपनी दूरदर्शी सोच के साथ रोड के दोनों तरफ करीब 960 पौधें लगाए थे। जिससे आज यह मार्ग हरियाली की चादर ओढ़े नजर आता हैं। कस्बे के कृषि मंडी गेट नंबर 2 से लेकर जवाई बांध तक करीब 8 किमी के रूट पर सड़क के दोनों तरफ पेड़ लगे हुए हैं।

                       डॉक्टर कुलदीप सिंह
डॉक्टर कुलदीप सिंह

 

डॉक्टर्स बोले: एक स्वस्थ व्यक्ति को ढाई हजार लीटर ऑक्सीजन रोजाना चाहिए
सुमेरपुर हेल्थ सेंटर के डॉ. कुलदीप सिंह व डॉ. सुभाष मीणा बताते हैं कि एक स्वस्थ व्यस्क व्यक्ति को 24 घंटे में करीब ढाई हजार लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। जबकि जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें प्रति मिनट 5 से 7 लीटर यानी 24 घंटे में 7200 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है।

                        पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत
पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत                     

 

अपील – पेड़ों की अहमियत समझे, आने वाले बेहतर कल के लिए पेड़ लगाएं
पर्यावरणप्रेमी ओमप्रकाश कुमावत का कहना हैं कि पेड़ हमें प्राणवायु देने के अलावा कार्बन और अन्य जहरीली गैसों को भी अवशोषित करते हैं। कोरोनाकाल में ऑक्सीजन की किल्लत ने पेड़ों की महत्ता समझा दी है, अब लोग अधिक से अधिक पेड़ लगाकर सांसों का कर्ज उतारे। सुमेरपुर क्षेत्र में करीब 5 लाख 50 हजार पेड़ होने चाहिए, लेकिन अभी महज 2.50 लाख ही पेड़ हैं।

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