राहत की सांसें:अगले हफ्ते से जयपुर समेत 6 जिलों में शुरू होंगे प्लांट, 5200 ली/मिनट ऑक्सीजन मिलेगी, कम होगी परेशानी

कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से ऑक्सीजन की किल्लत से मरीजों की मौत हुई, अब उस भयावह दौर को कोई भी नहीं दोहराना चाहता है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार प्रधानमंत्री केयर्स फंड के तहत डीआरडीओ के माध्यम से राजस्थान में 30 और राजधानी में 8 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की योजना को मूर्तरूप दे रही है।
पहले फेज में प्रदेश में 15700 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले 15 प्लांट लगाए जाएंगे। जयपुर में 8, कोटा में 2, जोधपुर में 3, सीकर में 1 श्रीगंगानगर में 1 प्लांट लगेगा। शुरूआत में 15 में से 6 प्लांट जयपुर, कोटा और सीकर में अगले सप्ताह शुरू हो जाएंगे। यहां 5200 लीटर/मिनट ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। दूसरे फेज में 30 जून तक जोधपुर में 3 और जयपुर में 6 प्लांट शुरू होंगे।
दोनों फेज में राजधानी के 7 अस्पतालों में प्लांट लगेंगे, 1 प्रोजेक्ट पर 1.10 करोड़ की लागत
- जयपुर ईएसआईसी अस्पताल, गणगौरी अस्पताल, कैंसर अस्पताल प्रताप नगर में प्रथम फेज में तो दूसरे फेज में आरयूएचएस, एसएमएस अस्पताल, जेके लोन और जनाना अस्पताल चांदपोल में लगने हैं। कैंसर अस्पताल में 200 लीटर प्रति मिनट तो बाकी सभी में 1 हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।
- कोटा में प्रथम फेज में जेके लोन अस्पताल क्षमता -1000, एमबीएस- क्षमता 500 प्रतिलीटर प्रति मिनट।
- जोधपुर में दूसरे फेज में एआईआईएमएस क्षमता 1000, उम्मेद अस्पताल क्षमता– 1000, महात्मा गांधी क्षमता- 1000 प्रति मिनिट प्रति लीटर लगाए जाएंगे।
- सीकर में प्रथम फेज में श्री कल्याण अस्पताल क्षमता – प्रति मिनट 1000 लीटर
- गंगानगर दूसरे फेज में गंगानगर अस्पताल क्षमता- प्रति मिनिट 1000 लीटर।
अभी 4000 ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत हर दिन
- काेराेना पीक में प्रतिदिन 16 हजार आाक्सीजन सिलेंडर सप्लाई किए जा रहे थे। इसके बावजूद भी मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो रही थी। अब प्रतिदिन करीब 4 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है।
- राजधानी में अगले सप्ताह गणगौरी अस्पताल, कैंसर अस्पताल प्रताप नगर और ईएसआई अस्पताल सोडाला में शुरू किया जाएगा।
- राजधानी में 8 प्लांट से 1 टन/ मिनट ऑक्सीजन बनेगी। यानी 24 घंटे में 170 मीट्रिक टन आक्सीजन का उत्पादन कर सकेंगे।
- एक प्रोजेक्ट पर 1.10 करोड़ की लागत आ रही है। इसमें 20 लाख रुपए में सिविल और इलैक्ट्रिक का काम होगा। करीब 90 लाख रुपए के प्लांट्स में लगाए जाएंगे।