अगस्त के बाद शुरू होगा प्रोजेक्ट:भोपाल में बनेगा बांसों का ऑक्सीजन पार्क, नीलबड़, रातीबड़ या इंदौर रोड पर स्थापित किए जाने की तैयारी

मौजूदा हालात में ऑक्सीजन की जरूरत ने अब किसानों को भी नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया है। यही वजह है कि तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय की तर्ज पर भोपाल में भी बांसों का ऑक्सीजन पार्क की कवायद शुरू हो गई है।
किसानों के समूह सेंट्रल इंडिया फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन द्वारा इसे नीलबड़, रातीबड़ या इससे स्टे इंदौर रोड पर स्थापित किए जाने की तैयारी की जा रही है। फार्मर्स ऑर्गेनाइजेशन के योगेश द्विवेदी ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मंगलवार को इस बारे में प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। किसी एक जगह बांसों का ऑक्सीजन पार्क स्थापित किया जाएगा।
यह फायदे होंगे
- 1. एक पूर्ण विकसित बांस का पेड़ सालाना 300 किलोग्राम से ज्यादा ऑक्सीजन उत्पन्न कर सकता है। यह एक व्यक्ति के लिए एक वर्ष के लिए पर्याप्त है।
- 2. 4 साल पुराना एक बांस आसपास के क्षेत्रों से प्रति वर्ष 400 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर सकता है।