टोक्यो से पहले वर्ल्ड कप में शूटरों का खराब प्रदर्शन:सौरभ ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता; मनु सातवें और अभिषेक पांचवें स्थान पर रहे
टोक्यो ओलिंपिक से पहले क्रोएशिया में चल रहे शूटिंग वर्ल्डकप में शूटरों के निराशाजनक प्रदर्शन से ओलिंपिक में मेडल जीतने की उम्मीदों को धक्का लगा है। केवल 10 मीटर एयर पिस्टल में ही सौरभ चौधरी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। वहीं मनु भाकर, इलावेनिल वलारिवन, अभिषेक शर्मा मेडल जीतने में सफल नहीं हो पाए।
सौरभ 10 मीटर एयर पिस्टल में 581 के स्कोर के साथ क्वॉलिफाई करने के बाद फाइनल में 220 पॉइंट ही अर्जित कर पाए। वहीं अभिषेक वर्मा 179.3 पॉइंट के साथ पांचवें स्थान पर रहे। उन्होंने भी क्वॉलिफाइंग में 581 का स्कोर किया था।
महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल में टोक्यो में मेडल की उम्मीद मनु सातवें स्थान पर रहीं। वे फाइनल में 137.3 स्कोर ही कर पाई। जबकि इलावेनिल 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में जगह नहीं बना सकी। वहीं पुरुषों में एश्वर्यप्रताप सिंह सातवें स्थान पर रहे। उन्होंने फाइनल में 143.9 ही स्कोर किया। जबकि दीपक कुमार और दिव्यांश सिंह पंवार क्वॉलिफाइंग राउंड से आगे नहीं बढ़ सके। दीपक क्वॉलिफाइंग राउंड में 14वें और पंवार 25वें स्थान पर रहे।
अपूर्वी चंदेला, अंजुम मौदगिल का प्रदर्शन भी निराशाजनक
वहीं महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल में अपूर्वी चंदेला और अंजुम मौदगिल का भी प्रदर्शन काफी खराब रहा और फाइनल में जगह नहीं बना सकी। हालांकि इस इवेंट में शामिल तीनों भारतीय महिला शूटरों में अपूर्वी का स्कोर बेहतर रहा। वह क्वॉलिफाइंग राउंड में 624.2 के स्कोर के साथ 24वें स्थान पर रही। जबकि अंजुम ने 622.3 अकों के साथ 42वां स्थान हासिल किया। वहीं इलावेनिल 621.2 स्कोर कर पाईं।
राही फाइनल में भी जगह नहीं बना पाई
मनु के अलावा, महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में यशस्विनी सिंह देसवाल भी शामिल थीं, जो 117.1 के स्कोर के साथ आठवें स्थान पर रहीं। मनु ने जहां 577 के स्कोर के साथ फाइनल के लिए छठा स्थान हासिल किया था, वहीं यशस्विनी 578 के प्रयास से एक पायदान ऊपर थीं। राही सरनोबत 572 के स्कोर के साथ 13वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह नहीं बना सके।
ओलिंपिक में 19 मेडल के लिए दावेदारी पेश करेंगे भारतीय शूटर
भारत को टोक्यो ओलिंपिक में सबसे ज्यादा उम्मीद निशानेबाजों से है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहली बार देश के 15 शूटर्स ने कोटा हासिल किया है। लंदन ओलिंपिक 2012 में भारत के 11 निशानेबाजों ने हिस्सा लिया था जबकि रियो ओलिंपिक 2016 में 12 भारतीय निशानेबाज उतरे थे। चीन के बाद भारत एशिया में सबसे ज्यादा कोटा हासिल करने वाला देश है। चीन के पास 25 कोटा है। इनके अलावा पिस्टल और राइफल के मिक्स्ड इवेंट में भारत की 2-2 टीमों को एंट्री मिलेगी। ऐसे में भारत के शूटर 19 मेडल के लिए ओलिंपिक में दावेदारी पेश करेंगे।