नैनीताल आने वाले पर्यटकों के लिए जरूरी खबर, वीकेंड पर अब बाइक को नहीं मिलेगी एंट्री
नैनीताल : सरोवर नगरी का पर्यटन कारोबार एक बार फिर चल पड़ा है। इस वीकेंड पर उम्मीद से कहीं ज्यादा पर्यटक नगर में पहुंचे। इससे शहर में हर तरफ जाम लग गया। इसे देखते हुए डीएम ने शहर में अगले वीकेंड से दोपहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।
नैनीताल में इस वीकेंड के दो दिनों में 25 से 30 हजार सैलानी पहुंचे। डेढ़ साल बाद पर्यटकों की इतनी भारी आमद ने यातायात व्यवस्था बेपटरी कर दी। रविवार को हल्द्वानी से लेकर नैनीताल तक वाहन जाम में ही फंसे रहे, जिससे हजारों पर्यटक वाहनों को शहर में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। इस अव्यवस्था के कारण पर्यटकों को आधे रास्ते से ही वापस लौटना पड़ गया। जाम की यह समस्या नगर में बरसों पुरानी है, मगर इसे आज तक दूर नहीं किया जा सका।
ऐसे में सोमवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने आदेश जारी किया है कि वीकेंड और सार्वजनिक अवकाश वाले दिन नैनीताल में दोपहिया वाहनों का प्रवेश नहीं होगा। दोपहिया वाहनों से आने वाले सैलानी चारखेत व रूसी बाईपास में अपने वाहन खड़े कर शटलसेवा से नगर में आएंगे। यही नहीं, दोपहिया वाहनों से आने वाले स्थानीय नागरिकों को आधारकार्ड व अन्य साक्ष्य भी दिखाना होगा, तभी उन्हें नगर में प्रवेश दिया जाएगा।
पांच हजार से अधिक सैलानी पहुंचे नैनीताल
सैलानियों के पहुंचने से सरोवर नगरी की रौनक बरकरार है। सोमवार को अधिकांश होटलों के 50 फीसद से अधिक कमरे शाम तक बुक हो गए और पार्किंग स्थल वाहनों से पटे नजर आए। अनुमान है कि पांच हजार से अधिक सैलानी नगर में पहुंचे। स्नोव्यू, किलबरी, चिडिय़ाघर, सरिताताल, वाटरफॉल व हिमालय दर्शन सुबह से शाम तक सैलानियों की आवाजाही बनी रही। मालरोड में पूरे दिन सैलानियों से गुलजार रही। सूर्यास्त का आनंद लेने के लिए शाम के समय सैलानी हनुमानगढ़ी पहुंचे हुए थे। झील में नौकाविहार करने वाले देर शाम तक नजर आए। इस बीच नगर के प्रमुख मार्गों में कई बार जाम की भी स्थिति बनी। जिसे खुलवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।