Wed. Apr 30th, 2025

जेडीए में लॉकडाउन:प्रवेश पर मनमर्जी की रोक, दोपहर 1 बजते ही जनता के लिए बंद हो जाते हैं गेट

कोरोना केसेज में बढ़ोत्तरी के बाद तीन माह पूर्व सरकारी दफ्तरों में अनावश्यक आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगी थी। राज्य सरकार अनलॉक-3 में पूरी क्षमता से कार्यालय चलाने का कह चुकी है। लेकिन जेडीए ने अनलॉक-3 की गाइडलाइन आने के 10 दिन बाद भी फरियादियों के प्रवेश पर मनमर्जी की रोक लगा रखी है। आगंतुकों व फरियादियों को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक ही प्रवेश की बाध्यता है।

जबकि इसी तरह जनता के कार्यों से जुड़े नगर निगम (उत्तर-दक्षिण) के द्वार सभी के लिए खुले रखे हैं। जेडीए अफसर भ्रष्टाचार व दलालों पर अंकुश लगाने के साथ अनावश्यक भीड़ रोकने के लिए पाबंदी लगाई तो अफसर राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान करने की गारंटी अधिनियम-2011 के तहत आम जनता को निर्धारित समय सीमा में सेवाएं प्रदान करने की गारंटी दे पा रहे हैं?

निगम में जेडीए से 10 गुना स्टाफ व तिगुने आगंतुक

दोनों निगम के कार्यालय एक ही भवन में हैं। करीब 3500 कर्मचारी-अधिकारियों, 2 महापौर सहित 160 पार्षद हैं। रोजाना 1000 से ज्यादा फरियादी आते हैं। इसके बावजूद द्वार लोगों के लिए खुले हैं। जबकि जेडीए में 350 कर्मचारी-अधिकारी हैं। हाल ही में मास्टर डवलपमेंट प्लान में 395 गांव अधिसूचित हुए हैं, लेकिन रोजाना 300 फरियादी ही आते हैं। फिर भी फरियादियों व आगंतुकों के लिए द्वार सिर्फ दो घंटे खोल रहा है।

लोगों की अनावश्यक आवाजाही रोकने के लिए यह फैसला लिया है। फिर भी आयुक्त के साथ चर्चा कर समय में परिवर्तन करने पर विचार करेंगे।

-हरभान मीना, सचिव, जेडीए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *