न्यू रेलवे स्टेशन किशनगढ़ के पास बनेगा यार्ड:2022 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट, DFC तैयारी में जुटा, वित्तीय स्वीकृत्ति का इंतजार, कईं राज्यों में कंटेनर से सीधे पहुंचेगा माल
वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी से न्यू मदार तक रेलखंड के शुरू किए जाने के बाद DFC अब किशनगढ़ के न्यू रेलवे स्टेशन के पास माल लोडिंग अनलोडिंग के लिए यार्ड बनाने की तैयारी में जुटा हैं। अब वित्तीय स्वीकृति मिलना बाकी हैं। स्वीकृति मिलते ही डबल स्टैक ट्रेन से आसानी से कंटेनर व माल की लोडिंग और अनलोडिंग कार्य किया जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त DFC डबल डेकर मालभाड़ा ट्रेन की मार्केटिंग कर बिजनेस को बढ़ाने की तैयारी भी कर रहा है। नई व्यवस्था से किशनगढ़ के मार्बल सहित अन्य उद्योग को भी पंख लगेंगे। ट्रक, ट्रेलर पेट्रोल डीजल की चिंता किए बिना DFC के जरिये कंटेनर में कम खर्च पर दूसरे राज्यों में माल पहुंचाया जा सकेगा। इससे व्यापार के साथ खरीदार को भी बढ़ावा मिलेगा।
पूर्व में लोजेस्टिक पार्क बनाने की थी योजना, पर नहीं मिली जमीन
सूत्रों का कहना है कि पूर्व में DFC के न्यू किशनगढ़ स्टेशन पर लॉजेस्टिक पार्क बनाने की योजना थी। लेकिन पार्क के लिए 5 से 6 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है। इतनी बड़ी मात्रा में जगह नहीं मिलने की वजह से लोडिंग अनलोडिंग का यार्ड बनाने का निर्णय लिया गया। यार्ड को लेकर वित्तीय स्वीकृति के लिए फाइल दिल्ली पहुंच गई हैं। स्वीकृति मिलते ही यार्ड का कार्य शुरू हो जाएगा।
इसके बनने के बाद माल से भरा ट्रक बिना किसी परेशानी के बोगी में ही खड़ा हो जाएगा। ट्रेन में ऐसे 50 ट्रक खड़े हो सकगें। जो मूंद्रा व कांडला बंदरगाह पहुंचेंगे। इसके अलावा यदि कोई व्यापारी ट्रक के बजाए कनटेनर से माल भिजवा सकेगा। किशनगढ़ से 80 से 100 ट्रक प्रतिदिन जाते है। ऐसे में व्यापारियों को सुविधा देने के लिए माल गोदाम की सुविधा विकसित करने की तैयारी हो रही है। इसको लेकर पूर्व में डीएफसीसी अधिकारियों ने स्टेशन का निरीक्षण भी किया था।
दादरी में बनेगा जक्शन पॉइंट
डीएफसी के वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का उत्तरप्रदेश के दादरी मेें जंक्शन पॉइंट बनेगा। दादरी से रेवारी और रेवारी से न्यू अटेली (हरियाणा) तक ट्रैक निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। जबकि न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ मदार रेलखंड तक यह पूरा ट्रेक बन कर तैयार हो चुका है और इस बीच डबल स्टैक ट्रेन का विद्युत इंजन से संचालन भी शुरू हो चुका है। वर्ष 2022 में पूरा प्रोजेक्ट तैयार करने के साथ ही डीएफसी अब इस मालभाड़ा ट्रेन की मार्केटिंग कर बिजनेस बढ़ाएगी
इसके लिए न्यू किशनगढ़ स्टेशन के पास ही यार्ड विकसित करने जा रही है। इससे ट्रेन पर आसानी से कंटेनर या माल की लोडिंग और अनलोडिंग की जा सके। प्रत्येक स्टेशन पर एक मार्केटिंग विभाग भी बनेगा और यह विभाग स्थानीय स्तर पर पूरी तरह मार्केटिंग का कार्य ही करेगा। यहां ऑफ लाइन बुकिंग के साथ ही ऑनलाइन बुकिंग भी की जाएगी
12 हजार हॉर्स पॉवर का है विशेष इंजन
डेढ किलोमीटर डबल स्ट्रैक ट्रेन के संचालन के लिए 12 हजार हॉर्स पॉवर का इंजन लगाया गया है और यह इंजन विशेष रूप से डीएफसी की इसी डबल स्ट्रैक ट्रेन के लिए तैयार किया गया है। इन इंजनों का निर्माण बिहार में किया जा रहा है। इस ट्रेन में 13 हजार टन का माल लदान किया जा सकता है और एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जा सकता है
‘समय व धन की बचत होगी’
डीएफसी, जयपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर नरेन्द्र सिंह ने बताया कि किशनगढ़ स्टेशन पर व्यापारियों की सुविधा के लिए माल लोडिंग व अनलोडिंग के लिए यार्ड तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। इससे किशनगढ़ के व्यापारियों को किसी भी जगह माल भेजने में समय व पैसे की बचत होगी