पटरी पर आ लौटी रोडवेज की वाल्वो सेवा, हल्द्वानी टू दिल्ली रूट पर मिलने लगी सवारियां
हल्द्वानी : रोडवेज की वाल्वो सेवा अब पटरी पर आ चुकी है। शुरुआत में हल्द्वानी टू दिल्ली मार्ग पर सवारियों का संकट खड़ा हो गया था। लेकिन अब यात्री मिलने लग गए हैं। काठगोदाम डिपो में शामिल दो अनुबंधित वाल्वो को सुबह व रात के वक्त दिल्ली भेजा जाता है। यात्री आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह से टिकट ले रहे हैं। यात्रियों की संख्या बढ़ने से रोडवेज भी राहत महसूस कर रहा है।
उत्तराखंड परिवहन निगम में वाल्वो व एसी बसों का संचालन अनुबंध के जरिये किया जाता है। ठेकेदार का टेंडर होने के बाद निगम उन्हें किमी के हिसाब से भुगतान करता है। कोरोना के चक्कर में चार माह तक इन बसों को नहीं चलाया गया। 20 दिन पूर्व सुबह व रात को एक-एक बस दिल्ली के लिए भेजनी शुरू की गई। लेकिन सवारियों का संकट खड़ा हो गया। तीन घंटे यात्रियों का इंतजार करने के बाद बस स्टेशन से गाड़ी को वापस डिपो तक भेजना पड़ा। इसके अलावा पांच-छह सवारियों में बस दिल्ली भेजने से निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल भी खड़े हुए। हालांकि, अब यह हाईटेक सेवा पटरी पर आ चुकी है। ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से यात्री मिल रहे हैं।
रोडवेज के हल्द्वानी डिपो की तीस टिकट मशीन लंबे समय से देहरादून में हैं। तकनीकी खामी आने पर मरम्मत के लिए इन्हें देहरादून मुख्यालय भेजा गया था। लेकिन देरी के कारण बसों के संचालन पर असर पड़ रहा है। हल्द्वानी डिपो संचालन के मामले में कुमाऊं में दूसरे नंबर पर है। कुल 81 बसों का बेड़ा होने के बावजूद 30 टिकट मशीन कम है। जिस वजह से कई रूटों पर मैन्युल टिकट काटने पड़ रहे हैं।