उदयपुर से खफा मानसून:आधे से ज्यादा मानसून बीत जाने के बावजूद उदयपुर में अब तक सिर्फ 209 एमएम बरसात, ये पिछले 8 साल में 31 जुलाई तक होने वाली बरसात से भी कम
उदयपुर से मानसून खफा है। अगस्त महीने के 17 दिन बीत चुके हैं मगर अब भी उदयपुर के लोग यहां अच्छी बरसात के इंतजार में हैं। झीलें सूख रही हैं तो तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। 17 अगस्त को उदयपुर का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री रहा। उदयपुर में 8 अगस्त को हुई बरसात को छोड़ दें तो अगस्त का पूरा महीना बेहद सूखा बीता है। जबकि आमतौर पर अगस्त के महीने में अच्छी बरसात होती है। मगर इस बार ऐसा नहीं है। एक ओर जहां बरसात नहीं होने से लोगों को गर्मी से परेशान होना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर फसलों के लिए भी दिक्कतें पैदा हो रही हैं। वहीं तालाब नहीं भरे होने से सिंचाई की समस्या भी खड़ी हो गई है। अगस्त तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 8 वर्षों में इस बार अबतक सबसे कम बरसात हुई है।
अबतक सिर्फ 209 एमएम बरसात हुई
उदयपुर में 17 अगस्त तक महज 209 एमएम बरसात हुई है। यह पिछले वर्षों के मुकाबले काफी कम है। आधे से ज्यादा मानसून बीत चुका है मगर अबतक हुई बरसात उदयपुर की औसत बरसात का महज 32 प्रतिशत ही है। उदयपुर में मानसून में औसतन 653 एमएम बरसात होती है। पिछले कई वर्षों से उदयपुर में औसत से ज्यादा ही बरसात हो रही है। मगर इस बार औसत बरसात हो पाना भी मुश्किल लगता है। इसी तरह उदयपुर संभाग में भी अबतक महज 219 एमएम बरसात हुई है। जबकि संभाग की औसत बरसात 752 एमएम है। यही वजह है कि उदयपुर के 50 में से सिर्फ 2 तालाब ही अबतक भर सके हैं। वहीं संभाग के 219 में से सिर्फ 15 तालाब अबतक भरे है। उदयपुर में 20 सितम्बर तक मानसूनी बरसात होती है। ऐसे में अब लगभग एक महीने का मानसून बाकी है, मगर अच्छी बरसात का इंतजार उदयपुर को अब भी है।
8 साल में सबसे कम बरसात
उदयपुर में इस बार पिछले 8 साल में सबसे कम बरसात हुई। पिछले वर्षों की बात करें तो 31 जुलाई तक जितनी बरसात उदयपुर में हो जाती थी उतनी अगस्त का आधे से ज्यादा महीना बीत जाने के बावजूद नहीं हुई है। 2014 में 31 जुलाई तक 229 एमएम, 2015 में 409 एमएम, 2016 में 422 एमएम, 2017 में 258 एमएम, 2018 में 345 एमएम, 2019 में 276 एमएम, 2020 में 213 एमएम बरसात हुई है। वहीं इस बार अगस्त के 17 दिन और बीत जाने के बावजूद महज 209 एमएम बरसात ही हो सकी है।
आखिरी दो-तीन दौर से उम्मीदें
मेवाड़ और उदयपुर को अब मानसून के आखिरी दो-तीन दौर से उम्मीदें हैं। माना जा रहा है कि 19 अगस्त से एक बार फिर मानसून उदयपुर में सक्रिय होगा। जिसमें उदयपुर में अच्छी बरसात हो सकती है। आखिरी दो-तीन दौर में अगर अच्छी बरसात होती है तो उदयपुर की झीलों में भी पानी आ सकता है। अन्यथा इस बार झीलें खाली रहने की आशंका है।