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दूसरे चरण में मतदान:बौंली में 60.91% मतदान, यह 2015 के चुनाव से 8.52% ज्यादा, नवगठित समिति मलारना में 60.96% वोटिंग

सवाई माधोपुर पंचायतीराज संस्थाओं के दूसरे चरण के तहत बौंली और मलारना डूंगर पंचायत समिति क्षेत्रों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए रविवार को मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। बौंली पंचायत समिति क्षेत्र के 138 बूथों पर 98 हजार 372 मतदाताओं में से 59 हजार 919 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस प्रकार यहां मतदान का प्रतिशत 60.91 रहा। इसी तरह मलारना डूंगर पंस क्षेत्र के 105 बूथों पर 75 हजार 829 मतदाताओं में से 46 हजार 227 मतदाताओं ने मतदान किया। इस तरह यहां मतदान 60.96 प्रतिशत रहा। इसके साथ ही उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है।

इससे पहले बौंली पंचायत समिति में 2015 में 52.39 प्रतिशत और 2010 में 62.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। मलारना डूंगर नई पंस बनने से यहां पहली बार प्रधान बैठेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र किशन ने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने पर मलारना चौड़ ग्राम विकास अधिकारी जगराम मीणा एवं बूथ नंबर 24 के बीएलओ नरेश कुमार गुप्ता को 17 सीसीए में चार्जशीट देने के निर्देश मलारना डूंगर एसडीएम को दिए। सुबह साढ़े सात बजे मॉक पोल के बाद मतदान शुरू हुआ, जो शाम साढ़े पांच बजे तक चला। दोपहर के समय 12 बजे से 3 बजे तक कई बूथ खाली नजर आए।

सुबह 7:30 बजे…बूथ पर पहले मॉक पोल किया, सुबह 9 बजे तक मतदान केंद्र रहे सूने, दोपहर बाद बूथों पर उमड़ पड़े मतदाता

कलेक्टर ने लिया बूथों का जायजा : कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने सुबह बौंली और मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के मतदान केंद्र का जायजा लिया। उन्होंने बीडीओ-जोनल मजिस्ट्रेट से बात कर मतदान संबंधी जानकारी ली। उनके साथ एसपी राजेश सिंह भी साथ थे।

बुजुर्गों ने दिखाया वोटिंग का उत्साह बौंली पंचायत समिति के हुए चुनावों के दौरान बौंली में कई बुजुर्ग महिलाओं ने भी उत्साह दिखाया। कस्बा निवासी 91 वर्षीय कमला देवी पौत्र को साथ लेकर मतदान करने आई। इसी प्रकार 92 वर्षीय फातिमा बेगम पुत्र मंजूर को साथ लेकर बेंत के सहारे चलकर बूथ संख्या 128 पर अपना मत डाला।

ऐसा पहली बार… इस वर्ष यह पहली बार हुआ है कि पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्यों के लिए ही मतदान हुआ है। सरपंचों का मतदान डेढ़ साल पहले ही हो चुका है। जबकि 1995 से 2015 तक सरपंच व सीआर, डीआर के चुनाव दो दिन के अंतराल से हुआ करते थे

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