उत्तर प्रदेश भारत में ऑनलाइन टीचिंग का एक प्रमुख केंद्र बना: टीचमिंट

भारत के सबसे बड़े लाइव टीचिंग प्लेटफॉर्म टीचमिंट ने उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन टीचिंग को अपनाने में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की है। लखनऊ, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, नोएडा, वाराणसी, मुरादाबाद और कानपुर कुछ शीर्ष शहर हैं जहां सबसे ज्यादा संख्या में शिक्षकों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अपनाया है। कंपनी को उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश भारत के सबसे प्रमुख ऑनलाइन टीचिंग केंद्र के तौर पर उभरकर सामने आएगा और इसकी योजना इस क्षेत्र में अगले एक साल के दौरान अपनी मौजूदगी को पांच गुना बढ़ाकर 50 लाख शिक्षकों और विद्यार्थियों तक पहुंचने की है।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में करीब 10 लाख से अधिक शिक्षक और विद्यार्थी टीचमिंट पर पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे इस प्लेटफॉर्म पर हर महीने 15 लाख से ज्यादा घंटे की लाइव लर्निंग हो रही है उत्तर प्रदेश मोबाइल के इस्तेमाल के मामले में भी अग्रणी राज्य रहा है जहां 90ः से अधिक ऑनलाइन टीचिंग एवं लर्निंग मोबाइल पर की जाती है। टीचमिंट के मुताबिक इस क्षेत्र में गैर अकादमिक शिक्षकों के भी ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ने की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। कला और पेटिंग योगा और गायन एवं संगीत वाद्ययंत्रों को सीखने सहित संगीत की कक्षाओं के साथ एक्ट्रा। कुरिकलर और शौक आधारित लर्निंग के घंटों में भी मासिक आधार पर 25ः का उछाल आया है।
उत्तर प्रदेश में अपनी प्रगति पर के बारे में बात करते हुए टीचमिंट के सह संस्थापक और सीओओ दिव्यांश बोरडिया ने कहा, “उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन टीचिंग को अपनाए जाने की प्रक्रिया अभूतपूर्व रही है और यह टीचमिंट के प्रमुख बाजारों में से एक है। हमने पिछले साल इस कंपनी की शुरुआत की थी जब हमने देखा कि शिक्षक कैसे ऑनलाइन पढ़ाए जाने के मामले में अलग-अलग टूल्स का उपयोग कर रहे थे, जो आपस में जुड़े हुए नहीं थे। आज टीचमिंट के साथ शिक्षक न केवल अपनी कक्षाओं का डिजिटलीकरण करने में कामयाब रहे हैं बल्कि हमने इस क्षेत्र के शिक्षकों को अपने स्टूंडेंट्स की संख्या का विस्तार करते हुए देखा है। उन्होंने हर तिमाही में अपनी कक्षाओं में दो गुने की वृद्धि की है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले 90ः से अधिक शिक्षकों के पास कुछ ऐसे स्टूडेंट्स हैं जो उनके शहर से बाहर हैं। हमारा प्लेटफॉर्म शिक्षकों के लिए प्राथमिक मंच है और हम मानते हैं कि शिक्षकों का सशक्तिकरण कर शिक्षा के दायरे को बढ़ाया जा सकता है। आज के समय में हम उत्तर प्रदेश में सबसे बड़े ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म हैं और शिक्षकों को उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे हर जगह मौजूद स्टूडेंट्स के लिए सीखने की प्रक्रिया को और अधिक सुलभ बना सकें।’’
टीचमिंट एक भारतीय स्टार्टअप है, जो शिक्षकों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों के साथ एजुकेशन टेक्नो्लॉजी (एडटेक) संस्थानों को क्लासरूम डिजिटाइजेशन इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा रहा है। मई 2020 में स्थापित टीचमिंट का मुख्य प्रॉडक्ट मोबाइल और वीडियो-फर्स्ट टीचिंग प्लेटफॉर्म है, जो शिक्षकों को उनकी कक्षाओं का डिजिटलीकरण करने में सक्षम बना रहा है। यह प्लेटफॉर्म कम क्षमता वाले इंटरनेट पर बेहतर तरीके से काम करता है और इसे शिक्षा प्रदाताओं की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिसमें लाइव कक्षाएं, लेक्चर को रिकॉर्ड करना और उसे सुरक्षित रखना स्वचालित उपस्थिति दर्ज करना, पोल्स, डिजिटल प्रदर्शन आकलन, डिजिटल व्हाइटबोर्ड, फीस संग्रह आदि जैसी विशेषताएं शामिल हैं। आज के समय में टीचमिंट दुनिया (चीन से बाहर) का सबसे बड़ा टीचिंग प्लेटफॉर्म है जिस पर 5,000 से अधिक शहरों के 10,00,000 से अधिक शिक्षक जुड़े हुए हैं और यह रोजाना एक मिलियन लाइव घंटे के शैक्षणिक सत्रों का आयोजन कर रहा है।
अधिकांश शिक्षक जहां 36-45 साल की उम्र के आयु वर्ग में हैं वहीं पिछले छह महीनों में उन लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है जो 26-35 साल की आयु समूह के हैं। यह बताता है कि युवा अब शिक्षण के क्षेत्र में तेजी से जुड़ रहे हैं।
साल 2020 में 29 वर्षीय शिक्षिका अपूर्वा दुबे ने टीचमिंट पर अपनी ऑनलाइन कोचिंग क्लास की शुरुआत की थी और वह छह राज्यों के स्टूडेंट्स तक अपनी पहुंच बढ़ाने में सफल रही हैं। उन्होंने कहा मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जगह बहराइच से ताल्लुक रखती हूं और ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म टीचमिंट हम जैसे स्वतंत्र शिक्षकों के लिए वरदान रहा है। इसने मेरा स्वयं का टीचिंग ब्रांड बनाने में काफी मदद की है, जिसे मैं कभी भी क्लासरूम तक सीमित रहते हुए पूरा नहीं कर सकती थी। मेरा दृढ़ विश्वास है कि हाईब्रिड लर्निंग भविष्य है और अधिकतम प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में क्लासरूम का संचालन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जाएगा।’’