बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान ‘गुल-आब’ बना, प्रदेश के पांच दिन तक तरबतर होने के आसार
भोपाल। बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। गुल-आब नाम के इस तूफान के रविवार को आंध्रप्रदेश के मछलीपटनम में टकराने की संभावना है। इसके अतिरिक्त सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अरब सागर में जाकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हाे गया है। इन दोनों सिस्टम से होकर मानसून ट्रफ बना हुआ है, जो इंदौर से होकर गुजर रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन वेदर सिस्टम के प्रभाव से मध्यप्रदेश में पांच दिनों तक रूक-रूक कर बारिश होने की संभावना है। विशेषकर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, होशंगाबाद, सागर, ग्वालियर संभागों के जिलों में अच्छी वर्षा होने के आसार हैं। रीवा, शहडोल संभागों के जिलाें में कहीं-कहीं बौछारें पड़ेंगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सतना में 47.4, पचमढ़ी में 43, मलाजखंड में 25, धार में 19.9, बैतूल में 18, ग्वालियर में 17.8, दमोह में 17, नरसिंहपुर में 16, रीवा में 10.6, भाेपाल में 9.8, खंडवा में नौ, इंदौर में 8.4, दतिया में 8.4, रतलाम में छह, छिंदवाड़ा में 1.8, सागर में 1.8, सीधी में 1.2, मंडला में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान उठा है। पाकिस्तान में इस तूफान का नामकरण गुल-आब के नाम से किया है। अरब सागर में पाकिस्तान के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ भी इन दोनों शक्तिशाली वेदर सिस्टम के बीच में बना हुआ है। साथ ही यह ट्रफ इंदौर से होकर गुजर रहा है। जिसके चलते वर्तमान में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों स्थानों से बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में रूक-रूककर बारिश का सिलसिला चार-पांच दिन तक बना रहने के आसार बने हुए हैं। इस दौरान इंदौर, होशंगाबाद संभागों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।