सिब्बल पर भड़के सिंहदेव, बोले-दुर्भाग्य है कि उन्हें नहीं पता सोनिया गांधी हैं अध्यक्ष
रायपुर: कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बयान पर मंत्री टीएस सिंहदेव ने करारा प्रहार किया है। सिब्बल ने एक बयान में कहा था कि कांग्रेस का अध्यक्ष कौन है, किसी को नहीं पता। सिंहदेव ने कहा कि कपिल सिब्बल लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। यह दुर्भाग्य है कि उनको पता नहीं कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। उनके कामकाज में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मजबूती से सहयोग कर रहे हैं।
देशभर में कांग्रेस संगठन में सभी नियुक्तियां सोनिया गांधी के हस्ताक्षर से हो रही है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पार्टी छोड़ने के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि अगर व्यक्तिगत स्वार्थ की प्रतिपूर्ति होगी, तभी हम किसी पार्टी में रहेंगे, तो यह सिलसिला आजीवन चलेगा। जिसको जो नहीं मिलेगा, वह दूसरी पार्टी का दरवाजा देखेगा। ऐसे लोग जितनी जल्दी छंट जाएं उतना अच्छा है। कांग्रेस की विचारधारा से शुद्ध रूप से जुड़े हुए लोग, जिनके लिए स्वार्थ सर्वोपरि नहीं है, उनका कमिटमेंट सर्वोपरि है। वे कभी कांग्रेस छोड़कर नहीं जाएंगे।
दो मंत्री पहले से दिल्ली में डाले हैं डेरा
भूपेश सरकार के दो मंत्री पिछले तीन दिन से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। मंत्री सिंहदेव से जब यह सवाल किया गया कि दो मंत्री और विधायक दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात करने पहुंचे हैं तो उन्होंने हाथ जोड़ लिया और खुद दिल्ली जाने से इंकार कर दिया। सिंहदेव ने कहा कि विधायक भले ही कह रहे हों कि विकास दिखाने का आमंत्रण देने गए हैं, लेकिन यह दायित्व मुख्यमंत्री के अलावा किसी का नहीं है। अब मैं जाकर कहूं कि आइए हमारे यहां तो वो कहेंगे ठीक है। इस पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
भाजपा बोली- पिछली बार कोई कमी रह गई लगता है
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस के सियासी ड्रामे पर चुटकी ली है। उन्होंने छत्तीसगढ़ से 13 विधायकों के दिल्ली जाने का दावा किया। श्रीवास्तव ने कहा कि कहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक और शक्ति प्रदर्शन तो नहीं? उन्होंने कहा कि सत्ता और सीएम की कुर्सी के लिए बीते दिनों 50 से ज्यादा विधायक दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन करने गए थे, क्या कहीं कोई कमी रह गई जो विधायक बृहस्पत सिंह सहित 13 विधायक फिर से भूपेश के समर्थन में दिल्ली पहुंच गए। कहीं मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी बचाने 13 विधायक तो नहीं भेजने पड़े?