रोहित शर्मा की टीम पर खतरे की तलवार:IPL में आज मुंबई का मुकाबला दिल्ली से, मुंबई नहीं जीती तो फंस सकता है प्ले-ऑफ का गणित
मुंबई इंडियंस IPL-2021 फेज-2 में शनिवार को पहले मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स के सामने उतरेगी। पांच बार की चैंपियन मुंबई की टीम पर मुकाबला जीतने का दबाव बहुत ज्यादा होगा। अगर उसे हार मिलती है तो प्ले-ऑफ में पहुंचने की उसकी राह काफी मुश्किल हो जाएगी। पॉइंट्स टेबल में पांचवें स्थान पर मौजूद मुंबई के 11 मैचों से 10 अंक हैं। अगर वह लगातार तीनों मैच जीत जाती है तो आसानी से प्ले-ऑफ में पहुंच जाएगी, लेकिन एक भी हार मिलने के बाद उसे नेट रन रेट और अन्य टीमों के मैचों के नतीजों के ऊपर निर्भर रहना होगा।
दूसरी ओर दिल्ली कैपिटल्स की टीम काफी बेहतर स्थिति में है। उसके 11 मैचों से 16 अंक हैं। वह यहां से कोई मैच नहीं जीतती है तो भी प्लेऑफ में उसकी एंट्री लगभग तय है। एक और जीत से टीम का टॉप-2 फिनिश करने का दावा काफी मजबूत हो जाएगा। लीग मैचों के बाद टॉप-2 में रहने वाली टीम को फाइनल में जगह बनाने के लिए दो मौके मिलते हैं।
मुंबई की हार से मिलेगा राजस्थान और कोलकाता को फायदा
मुंबई को आखिरी दो लीग मुकाबले टेबल में सबसे नीचे मौजूद राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलने हैं। इनमें से राजस्थान अभी प्लेऑफ की होड़ में कायम है। कोलकाता की टीम भी तीसरे या चौथे स्थान के लिए होड़ में है। इस लिहाज से अगर दिल्ली के खिलाफ मुंबई को हार मिलती है तो राजस्थान और कोलकाता की टीम को फायदा मिलेगा। इस स्थिति में मुंबई के रूप में प्लेऑफ का एक प्रतिद्वंद्वी कमजोर होगा।
पृथ्वी शॉ के खेलने की 80% संभावना
पृथ्वी शॉ चोटिल होने के कारण कोलकाता के खिलाफ मैच से बाहर हो गए थे। दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने कहा है कि 80% संभावना है कि शॉ मुंबई के खिलाफ मैच के लिए उपलब्ध होंगे। असिस्टेंट कोच मोहम्मद कैफ ने कहा कि शॉ ने नेट्स किया था। वे ठीक हैं। खेलेंगे या नहीं, इसका फैसला मैच से पहले लिया जाएगा।
जयंत यादव का कैपिटल्स के खिलाफ अच्छा रिकॉर्ड
जयंत यादव अब तक तीन सीजन में दिल्ली के खिलाफ 4 बार मुंबई की टीम का हिस्सा रहे हैं। इन सभी मैचों में उन्होंने किफायती गेंदबाजी की है। उन्हें मुंबई की टीम में दिल्ली के खिलाफ स्पेशलिस्ट के तौर पर देखा जाता है। इसलिए मुमकिन है कि इस मैच में जयंत प्लेइंग-11 में दिख जाएं। हालांकि, इस बारे में टीम की ओर से कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा गया है।