चिरंजीवी शिविर:शिविरों से ग्रामीणों को मिलेगी स्वास्थ सेवाएं :रूपाराम
जैसलमेर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी शिविरों का रविवार को विधिवत शुभारंभ किया गया। सीएमएचओ डॉ. कुणाल साहू ने बताया कि मोराणी व देवीकोट में आयोजित शिविरों में ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधाओं से लाभांवित किया गया। देवीकोट में आयोजित मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीव शिविर का विधिवत शुभारंभ जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे ने फीता काटकर किया। विधायक रूपाराम ने बताया कि इन शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों को ग्राम पंचायत स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होगी और विभागीय योजनाओं का लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर देवीकोट में सीएमएचओ डॉ. कुणाल साहू, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी सम डॉ. राजेंद्र पालीवाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम अजयसिंह कड़वासरा, जिला नोडल अधिकारी पवन शर्मा, जिला आशा समन्वयक देवराज, देवीसिंह भाटी, चिकित्सा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
इसी प्रकार मोराणी में आयोजित शिविर में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमडी सोनी, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी सांकड़ा डॉ. लोंग मोहम्मद व सरपंच प्रतिनिधि जगदीश कुमार उपस्थित थे। आयोजित शिविरों में शिशु रोग, स्त्री रोग, दंत रोग विशेषज्ञ के अलावा आयुष चिकित्सकों की सुविधा प्रदान की गई। साथ ही शिविरों में नर्सिगकर्मी, लैब टेक्नीशियन, लैब सहायक, एलएचवी, एसटीएस, एसटीएलएस, फार्मासिस्ट, एएनएम, आशा सहयोगिनी, स्वास्थ्य मित्र व कोविड स्वास्थ्य सहायकों की सेवाएं ली गई।
पोकरण | सांकड़ा ब्लॉक के मोरानी गांव से मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया गया। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लोंग मोहम्मद राजड़ ने बताया कि 14 नवंबर रविवार को मोरानी गांव मे हेल्थ केम्प का आयोजन किया गया। जिसमें सभी प्रकार के संचारी व गेरसंचारी रोगों की जांच एवं उपचार किया गया।
शिविर में फिजिशियन डॉ. परमेश्वर चौधरी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ बाबुलाल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमप्रकाश मातवा, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ कामिनी गुप्ता, आयुष चिकित्सक ने सेवाएं दी और 48 तरह की खून की जांच, पेट, लीवर, गुदा जांच तथा विकलांगता प्रमाण पत्र संबंधित सेवाएं दी गई। ई-संजीवनी के माध्यम से टेलिकन्टेसन की सुविधा, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की पहचान ,सिलोकोसिस मरीजों को रेफर व गर्भवती महिलाओं की जांच की गईै शिविर में 197 लोगो के स्वास्थ जांच व दवाइयां दी गई।